Ladakh Standoff : चीन को चौतरफा घेरने की तैयारी शुरू, सीमा पर तनाव के बीच भारत को हथियार उपलब्ध कराएगा इजरायल, फ्रांस और अमेरिका

China, India, China border dispute, Galwan Valley, Rafale, America, Russia, France, arms, Israel, sukhoi, india nepal, china lac : भारत और चीन तनाव के बीच केंद्र सरकार ने सीमा पर हथियार और सैनिकों की तादाद बढ़ा दी है. वहीं भारत को रक्षा क्षेत्र में मजबूत करने और चीन को धूल चटाने के लिए दुनिया के कई देशों ने सरकार को सहयोग करने की पेशकश की है, जिसके बाद माना जा रहा है कि जल्द ही भारत को अमेरिका, फ्रांस और इजरायल से अत्याधुनिक हथियार मिल सकते हैं, जिससे सीमा पर चीन के मंसूबों को ध्वस्त किया जा सके.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2020 1:19 PM
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नयी दिल्ली : भारत और चीन तनाव के बीच केंद्र सरकार ने सीमा पर हथियार और सैनिकों की तादाद बढ़ा दी है. वहीं भारत को रक्षा क्षेत्र में मजबूत करने और चीन को धूल चटाने के लिए दुनिया के कई देशों ने सरकार को सहयोग करने की पेशकश की है, जिसके बाद माना जा रहा है कि जल्द ही भारत को अमेरिका, फ्रांस और इजरायल से अत्याधुनिक हथियार मिल सकते हैं, जिससे सीमा पर चीन के मंसूबों को ध्वस्त किया जा सके.

इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारत में जल्द ही फ्रांस और इजरायल से फाइटर विमान आएंगे. इसके अलावा सरकार ने आयुध के आपूर्ति को स्टॉक करने में जुटी है, जिससे किसी भी तरह के खतरे से निबटा जा सके. बताया जा रहा है कि सरकार जल्द ही 7560 रोड़ का रक्षा सौदा कर सकती है.

सरकारी सूत्रों ने ईटी को बताया कि अत्याधुनिक राफेल फाइटर जेट्स का पहला सेट संभवत: 27 जुलाई तक भारत पहुंचने की उम्मीद है. सूत्रों ने कहा कि फ्रांस ने अब पहले बैच में अतिरिक्त राफेल भेजने की प्रतिबद्धता जताई है. कुल आठ विमान प्रमाणन के पास हैं लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कितने अतिरिक्त लड़ाकू विमानों को जल्दी पहुंचाया जा सकता है. बता दें कि राफेल फाइटर विमान हवा में मार करने की क्षमता रखती है,

अधिकारी ने आगे कहा कि भारत के प्रमुख रक्षा आपूर्तिकर्ता इजराइल (जिसने कारगिल युद्ध के दौरान भी एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में अपनी प्रतिबद्धता को दिखाया था) से एक बहुत आवश्यक वायु रक्षा प्रणाली प्रदान करने की उम्मीद है जिसे सीमा पर तैनात किया जाएगा. सूत्रों ने कहा कि वायु रक्षा प्रणाली इजरायल के रक्षा बलों की वर्तमान जोत से आने की संभावना है और लद्दाख क्षेत्र मेंइसकी तैनाती की जाएगी. यह उपयोगी होगा क्योंकि कहा जाता है कि चीनी पक्ष ने अपने नए अधिग्रहीत S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को सेक्टर में तैनात किया है.

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भारत ने तैनात किया आईबीजी- बता दें कि चीनी सीमा पर तनातनी के बीच सरकार ने लद्दाख (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर आईबीजी की तैनाती की है. बताया जा रहा है कि रतीय सेना का इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप (आइबीजी) आदेश के 12 घंटे के भीतर ही दुश्मन को घर में घुसकर ढेर कर देगा. यह इसकी विशेष दक्षता में शामिल है. प्रतिरक्षा हो या आक्रमण, युद्ध जैसी किसी भी स्थिति से तुरंत निबटने में यह दस्ता हर क्षण तत्पर रहता है.

राफेल की सीमा पर हो सकती है तैनाती- बताया जा रहा है कि सुखोई के बाद सरकार चीन सीमा पर राफेल फाइटर प्लेन की भी तैनाती कर सकती है. राफेल फाइटर प्लेन हवा में दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में माहिर माना जाता है.

Posted By : Avinish Kumar Mishra

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