नयी दिल्ली : एलएसी पर तनाव के बीच चीन अब भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. चीनी सैनिक सिर्फ उसी जगह से पीछे हटने की बात कर रहे हैं, जहां पर बीते दिनों हिंसक झड़पें हुई थी. हालांकि भारत पैंगोंग त्से झील और डेपसोंग में भी चीन को 8 किमी तक पीछे धकेलने में लगा है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार पिछले दिनों 14 घंटे तक लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत के बाद भी चीन पीछे हटने को तैयार नहीं है. भारत का कहना है कि चीन पैंगोंग त्से झील और डेपसोंग में भी गलवान घाटी की तरह पीछे हटे लेकिन वहीं चीन सिर्फ विवादित जगह गलवान में ही पीछे हटने की बात कर रहा है.
हेलीपैड बना रहा चीन – इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में खुलासा किया था कि चीन पैंगोंग झील के पास एक हैलीपेड बना रहा है और वहां पर अपने सैनिकों का जमावड़ा करना शुरू कर दिया है. इसके बाद सेटेलाइट से भी खुलासा हुआ, जिसके बाद सरकार ही भारत चीन को पैंगोंग त्से झील से भी पीछे हटने को कह रहा है..
वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल द्वारा बातचीत के बाद चीन नरम पड़ा था और पैंगोंग त्से झील के फिंगर 4 से भी पीछे हटा था. रिपोर्ट के अनुसार चीनी सेना (पीएलए) ने पैंगोंग त्सो के फिंगर 4 इलाके में भी मौजूदगी में कमी की है. चीन के पीपल्स लिब्रेशन आर्मी सैनिकों ने रिज लाइन पर भी सैनिकों की संख्या घटाई है. पैंगोंग झील से कुछ नावों और बुलडोजर को हटाए जाने की भी खबर है. हालांकि भारत चाहता है कि 8 किमी पीछे हटे चीन.
राजनाथ सिंह का दौरा– बता दें कि शुक्रवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एलएसी का दौरा करेंगे. वे वहां पर हालात का जायजा लेंगे. राजनाथ सिंह के साथ सेना प्रमुख एमएम नरवणे भी मौजूद रहेंगे. इससे पहले, राजनाथ सिंह का दौरा बीते दिनों पहले होने वाला था, जो टाल दिया गया था. राजनाथ सिंह का यह दौरा दो दिन का है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra