India China Tension: पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच जून में हुई हिंसक झड़प को चीनी राजदूत सुन वेईडोंग ने दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया है.भारत में चीनी राजदूत सन वेइदॉन्ग ने गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प की घटना पर कहा कि “कुछ ही समय पहले सीमावर्ती क्षेत्रों में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी, जिसे भारत और चीन दोनों ही नहीं देखना चाहेंगे. अब हम इसे ठीक से संभालने के लिए काम कर रहे हैं. यह इतिहास के परिप्रेक्ष्य में एक संक्षिप्त क्षण है.”
चीन-भारत युवा वेबिनार में चीनी राजदूत सुन वेईडोंग ने ने कहा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ना चाहिए, न कि उसे बिगाड़ना चाहिए. दोनों देशों में में द्विपक्षीय संबंधों को अच्छे से संभालने की समझदारी और क्षमता है. अगर कोई मतभेद होता है तो उसे संवाद और परामर्श के जरिए सुधारा जा सकता है. दोनों देशों को शांति से रहना चाहिए और संघर्ष से बचना चाहिए. आपको बता दें कि इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे, वहीं चीन के 40 से अधिक सैनिकों की भी मौत हो गई थी.
गौरतलब है कि गलवान घाटी पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के लगभग दो महीने हो चुके हैं. इस बीच इस तनाव की स्थिति को कम करने के लिए दोनों ही देशों के बीच कई स्तरों की बैठक हो चुकी है. पर चीन हैं कि बार बार अपने बात से पीछे हट जा रहा है. इससे पहले चीन के भारतीय राजदूत सून वेइदॉन्ग ने कहा था है कि 15 जून को गलवान घाटी में जो घटना घटी थी उसके लिए चीन जिम्मेदार नहीं है. सून वेइदॉन्ग ने कहा था कि अगर कोई इस घटना का सावधानी से विश्लेषण करता है, तो यह स्पष्ट हो जायेगा की कि चीन पर इसकी जिम्मेदारी नहीं है.