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चीन के युद्धाभ्यास को भारत का जवाब, DRDO ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का किया सफल परीक्षण

भारत ने आज ब्राह्मोस,(BRAHMOS) सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (Supersonic Cruise missile) का सफल परीक्षण किया. इस सुपरसोनिक मिसाइल को स्वदेशी तकनीक से तैयार किया गया है. भारतीय नौसेना के स्वदेशी रूप से निर्मित स्टेल्थ विध्वंसक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. INS चेन्नई ने इसका परीक्षण किया. इस दौरान मिसाइल ने अरब सागर में अपने लक्ष्य को मार गिराया. मिसाइल ने अपने लक्ष्य को पिन प्वाइंट सटीकता के साथ लक्ष्य पर हमला किया. इससे पहले डीआरडीओ 30 दिनों में स्वदेश निर्मित 8 मिसाइल का सफल प्रशिक्षण कर चुका है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2020 1:11 PM

भारत ने आज ब्राह्मोस, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया. इस सुपरसोनिक मिसाइल को स्वदेशी तकनीक से तैयार किया गया है. भारतीय नौसेना के स्वदेशी रूप से निर्मित स्टेल्थ विध्वंसक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. INS चेन्नई ने इसका परीक्षण किया. इस दौरान मिसाइल ने अरब सागर में अपने लक्ष्य को मार गिराया. मिसाइल ने अपने लक्ष्य को पिन प्वाइंट सटीकता के साथ लक्ष्य पर हमला किया. इससे पहले डीआरडीओ 30 दिनों में स्वदेश निर्मित 8 मिसाइल का सफल प्रशिक्षण कर चुका है.

इससे पहले रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा भारतीय वायु सेना के लिए देश की पहली विकसित रुद्रम एंटी रेडिएशन मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था. पूर्वी तट से दूर मिसाइल को सुखोई-30 से लॉन्च किया था. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के रुद्रम एंटी रेडिएशन मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किये जाने के बाद भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ समेत सभी लोगों को ट्विटर पर बधाई दी थी.

गौरतलब है कि इससे पहले भारत ने ओडिशा स्थित एक प्रक्षेपण स्थल से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया था. इस मिसाइल की मारक क्षमता 400 किलोमीटर से ज्यादा है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों ने बताया कि यहां पास में चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से अत्याधुनिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया जो सफल रहा. डीआरडीओ के एक अधिकारी ने बताया कि परीक्षण के दौरान सभी मानक प्राप्त कर लिए गए. प्रयोगिक परीक्षण पूर्वाह्न 10 बजकर 45 मिनट पर किया गया. उन्होंने कहा कि मिसाइल को समुद्र, जमीन और लड़ाकू विमानों से भी दागा जा सकता है.

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण से पहले भारत ने देश में विकसित, परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम और आवाज की गति से भी तेज चलनेवाली ‘शौर्य’ मिसाइल का ओडिशा के परीक्षण रेंज से सफल परीक्षण किया. रक्षा सूत्रों ने बताया कि इस मिसाइल की मारक क्षमता 700 किलोमीटर से 1,000 किलोमीटर के बीच है और यह 200 किलोग्राम से 1,000 किलोग्राम भार ले जाने में सक्षम है. यह मिसाइल भारत की के-15 मिसाइल का भूमि संस्करण है.

तीन सप्ताह पहले भी डीआरडीओ ने लेजर गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल का किया सफल परीक्षण. इसे महाराष्ट्र के अहमदनगर में एमबीटी अर्जुन टैंक से फायर किया गया. इस टेस्ट के दौरान एंटी टैंक मिसाइल ने 3 किलोमीटर दूर टारगेट पर एकदम सटीक वार किया और उसे ध्‍वस्‍त कर दिया.

Posted By: Pawan Singh

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