Indian army-China Fresh Clash: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद (India-China Tension) खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. हालांकि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक बैठकों के जरिए इसका समाधान निकालने के प्रयास जारी हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर इससे जुड़े दावे किए जाने का सिलसिला भी थमाता नजर नहीं आ रहा है. चीन में इन दिनों एक वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है जो भारतीय सेना और पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के बीच झड़प का बताया जा रहा है.
वायरल वीडियो : इन दिनों चीनी सोशल मीडिया वेबसाइट Weibo पर एक नया वीडियो वायरल हो चला है जिसमें दावा किया जा रहा है कि वीडियो भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई ताजा हिंसक झड़प का है. दावा तो यह भी किया जा रहा है कि 5000 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर ये झड़प हुई है. हालांकि, अभी तक इस दावे की पुष्टि किसी ने नहीं की है और साफ नहीं हो सका है कि यह वीडियो कब और कहां का है. वीडियो को गौर से देखा जाए तो पता लगता है कि यह सर्दियों से पहले का है.
हिंसक झड़प: यदि आपको याद हो तो मई से ही दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख के पास सीमा पर विवाद चल रहा है. हालात कई बार काफी तनावपूर्ण नजर आये. पहले जून, उसके बाद अगस्त में दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने आ गए थे. यही नहीं जून में गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे.
A video has been shared on #Weibo which claims to show confrontation between PLA and the Indian Army at the altitude of 5104 meters. pic.twitter.com/N5qRvnTs3d
— Aadil Brar (@aadilbrar) December 9, 2020
अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए साझा प्रयासों की आवश्यकता: इधर चीन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि बीजिंग और नयी दिल्ली के बीच अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए साझा प्रयासों की जरूरत है तथा उनका देश सीमा गतिरोध दूर करने के लिए कटिबद्ध है, लेकिन वह अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करने के लिए भी प्रतिबद्ध है. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने (भारतीय) विदेश मंत्री एस जयशंकर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही.
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क्या कहा था जयशंकर ने : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि चीन ने भारत को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बड़ी तादाद में सैन्यबल की तैनाती के लिए ‘पांच भिन्न स्पष्टीकरण’ दिए हैं और द्विपक्षीय समझौतों के उल्लंघन ने आपसी संबंधों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने बुधवार को ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक लॉवी इंस्टिट्यूट द्वारा आयोजित ऑनलाइन संवाद सत्र में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध के आलोक में यह बात कही थी.
Posted by : Amitabh Kumar