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चीन के साथ तनाव के बीच भारतीय सेना की देखें ताकत, पूर्वी लद्दाख से आया ये वीडियो

भारतीय सेना के बीएमपी इन्फैंट्री कॉम्बैट वाहनों ने अभ्यास करते हुए पूर्वी लद्दाख के न्योमा में सिंधु नदी को पार कर अपना पराक्रम दिखाया. इसका वीडियो सामने आया है जिसे न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपने ट्विटर वॉल पर शेयर किया है.

By Amitabh Kumar | July 8, 2023 10:40 AM

पड़ोसी देश चीन के साथ जारी तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख सेक्टर में भारतीय सेना ने नये हथियार और उपकरण तैनात किये हैं. नई हथियार प्रणालियों में धनुष – मेड इन इंडिया होवित्जर, एम4 क्विक रिएक्शन फोर्स वाहन, टेरेन वाहन शामिल हैं. कैप्टन वी मिश्रा ने मामले को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि यह उपकरण 155 मिमी x 45 कैलिबर धनुष मेड इन इंडिया होवित्जर है.

उन्होंने कहा कि यह आधुनिक दो-प्रणाली मेक इन-इंडिया योजना के तहत जबलपुर में एक गन कैरिज फैक्ट्री में तैयार की गयी है. पिछले साल से ही इसकी तैनाती यहां पर है. इस बीच भारतीय सेना के बीएमपी इन्फैंट्री कॉम्बैट वाहनों ने अभ्यास करते हुए पूर्वी लद्दाख के न्योमा में सिंधु नदी को पार कर अपना पराक्रम दिखाया. इसका वीडियो सामने आया है.


पूर्वी लद्दाख में अभ्यास

आपको बता दें कि चीन और पाकिस्तान की नापाक हरकतों को नाकाम करने के लिए भारतीय सेना हमेशा तैयार रहती है और समय-समय पर अभ्यास भी करती है. सेना ने दुनिया की सबसे ऊंची नदी घाटियों में से एक बड़ी संख्या में टैंक और बख्तरबंद वाहन तैनात कर सिंधु नदी को पार करने और दुश्मन के ठिकानों पर हमले करने के लिए पूर्वी लद्दाख में अभ्यास किया है जिसका वीडियो सामने आया है. इस वीडियो को न्यूज एजेंसी एएनआई ने ट्विटर पर शेयर किया है. यहां चर्चा कर दें कि पाकिस्तान में प्रवेश करने से पहले सिंधू नदी पूरे लद्दाख सेक्टर के माध्यम से चीनी सेना द्वारा नियंत्रित तिब्बती क्षेत्र से होकर बहती है.

https://twitter.com/ANI/status/1677517605660430336
नायब सूबेदार जे सिंह ने क्या बताया

नायब सूबेदार जे सिंह ने बताया कि यह वाहन M4 है, इसे भारत में बनाया गया है. इस वाहन को 2022 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था और इसे कुल दस सैनिकों के लिए डिज़ाइन किया गया था. इस वाहन में 8 फायर पोर्ट हैं जिससे जवान प्रभावी ढंग से फायर करने में सक्षम हैं. इसमें ऑटो हथियारों की सुविधा है जो लंबी दूरी तक फायर कर सकती है. लद्दाख जैसे क्षेत्र में, हम इस वाहन का उपयोग करेंगे जो 60-70 किलोमीटर की गति से आगे बढ़ने में सक्षम है.

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