India China Tension: चीन से भिड़ने के लिए बॉर्डर पर मजबूती से खड़ी है भारतीय सेना, चीनी खेमे में हड़कंप
नयी दिल्ली : गलवान घाटी (Galvan Valley) में हुए हिंसक झड़प के बाद से भारत और चीन (India China Tension) के बीच तनाव चरम पर है. कई स्तर की वार्ताओं के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ है. उल्टे चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपनी सैनिकों की तादाद बढ़ानी शुरू की दी है. इस बीच भारत ने भी अपनी अग्रीम चौकियों पर सेना (Indian Army) की संख्या बढ़ाई है. साथ ही ऊंचाई वाले पोस्ट पर भी भारतीय सेना के जवान मुस्तैदी से तैनात हैं, जिससे चीनी खेमे (PLA) में खलबली मची है.
नयी दिल्ली : गलवान घाटी (Galvan Valley) में हुए हिंसक झड़प के बाद से भारत और चीन (India China Tension) के बीच तनाव चरम पर है. कई स्तर की वार्ताओं के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ है. उल्टे चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपनी सैनिकों की तादाद बढ़ानी शुरू की दी है. इस बीच भारत ने भी अपनी अग्रीम चौकियों पर सेना (Indian Army) की संख्या बढ़ाई है. साथ ही ऊंचाई वाले पोस्ट पर भी भारतीय सेना के जवान मुस्तैदी से तैनात हैं, जिससे चीनी खेमे (PLA) में खलबली मची है.
चीनी सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा जोरों पर हैं. भारत अपनी पूरी ताकत के साथ सीमा पर डटा हुआ है. सूत्रों के अनुसार इंडियन एयरफोर्स को भी अलर्ट मोड में रखा गया है. किसी भी प्रकार की चीनी हिमाकत का जवाब देने के लिए 24 घंटे सेना के तेज जर्रार जवान मोरचा संभाले हुए हैं. ऊंचाई वाले इलाकों में भारतीय सेना के कैंप देख चीनी आर्मी सकते में है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो लद्दाख में भारतीय और चीन सीमा के बीच हालात जंग की तरह लग रहे हैं. दोनों तरफ की सेनाएं एलएएसी के पास टैंक्स, मशीनगन और आधुनिक हथियारों से लैस हैं. भारत ने एलएसी पर T-90 भीष्म टैंक्स, BMP-2K इंफैंट्री फाइटिंग व्हिकल्स, M777 अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर गन्स, स्पाइक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल्स, NEGEV लाइट मशीनगन्स, TRG स्नाइपर राइफल्स की तैनाती की हुई है. साथ ही हवाई हमले के लिए क्षेत्र में सुखोई 30, मिग 29, मिराज 2000, चिनूक और अपाचे हेलिकॉप्टर की तैनाती की हुई है.
चीन ने अपनी सीमा पर पर टाइप 15 लाइट टैंक्स, इंफैंट्री फाइटिंग व्हिकल्स, AH4 हॉवित्जर गन्स, HJ-12 एंटी टैंक्स गाइडेड मिसाइल्स, NAR-751 लाइट मशीनगन, W-85 हैवी मशीनगन और एंटी-मैटेरियल स्नाइपर राइफल्स के साथ अपनी आर्मी तैनात की है. चीन ने तिब्तत के उतांग क्षेत्र में एयरबेस तैयार किया है जो एलएसी से सिर्फ 200 किमी की दूरी पर है. चेंगदू J-20 स्टील्थ लड़ाकू विमान एलएसी पर सक्रिय किए हैं.
भारत ने सामरिक ठिकानों पर घेराबंदी के अलावा फिंगर 2 और फिंगर 3 इलाके में अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है. हथियारों और भारी युद्धक उपकरणों से पूरी तरह लैस भारतीय सैनिकों ने ठाकुंग (Thakung) से लेकर रेक इन दर्रा (Req in La) तक की सभी महत्वपूर्ण चोटियों पर अपनी घेराबंदी मजबूत कर ली है. चुशूल में भारतीय सेना और चीनी सेना के टैंक आमने-सामने हैं. बता दें कि दोनों देशों के बीच मसले को सुलझाने के लिए कई स्तर की वार्ताएं हो चुकी हैं लेकिन परिणाम कुछ भी नहीं निकला है.
Posted by: Amlesh Nandan.