India China Tension, नयी दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में एक्चुअल लाइन ऑफ कंट्रोल (LAC) पर तनाव के बीच डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया को लेकर चीन का रवैया नकारात्मक बना हुआ है. सैन्य वार्ताओं के कई दौर होने के बावजूद चीन फिंगर एरिया, डेपसांग और गोगरा में पीछे हटने को तैयार नहीं है. लद्दाख में चीन के साथ चल रहे तनाव को लेकर भारत की रणनीति देश के शीर्ष राजनीतिक और सैन्य नेता बैठक करेंगे.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार “सैन्य नेताओं के साथ शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में स्थिति से निपटने के लिए रणनीति पर चर्चा करने के लिए साथ बैठक तय हुई है. बैठक में इस बात पर चर्चा होने की संभावना है कि उन स्थितियों से कैसे निपटा जाए जहां चीनी सैनिकों ने कठोर रुख अपना रखा है और भारतीय सैनिकों के साथ झड़पों में शामिल रहे हैं. बता दें कि चीनी सैनिक फिंगर एरिया में तीन महीने से ज्यादा समय से मौजूद हैं और बंकर निर्माण करने के साथ अपनी स्थिति भी मजबूत कर रहे हैं.
गौरतलब है कि लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत-चीन में तनाव की स्थिति जारी है. कई स्तर की वार्ता के बाद चीनी सेना ने कुछ क्षेत्रों को खाली कर दिया मगर देपसांग और पैंगोग इलाके में चीनी सेना पीछे हटने के नाम नहीं ले रही है. इस बीच, अमेरिका ने भारत के बेहद करीब वाले इलाके में अपने घातक परमाणु बमवर्षक विमान तैनात कर दिए हैं.
बता दें कि 15 जून को लद्दाख के गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद स्थिति बिगड़ गई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. चीनी पक्ष के सैनिक भी हताहत हुए थे लेकिन इस बारे में चीन द्वारा अब तक कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया गया है. अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के 35 सैनिक हताहत हुए थे.
Posted By : Rajat Kumar