चीन के साथ जारी तनाव के बीच सेना को मजबूत कर रही है मोदी सरकार, एयर चीफ मार्शल ने कही ये बात
india china tension : एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने युद्ध और अभियानों के दौरान अपने संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए सेना, वायुसेना और नौसेना की क्षमताओं के एकीकरण करने संबंधी परियोजना पर कहा कि यह काम प्रगति पर है.
India China Tension : सीमा पर चीन के साथ तनाव के बीच केंद्र की मोदी सरकार वायुसेना को मजबूत कर रही है. एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने मंगलवार को कहा कि हम जो अनिश्चित भू-राजनीतिक स्थिति देख रहे हैं, वह मजबूत सेना की आवश्यकता को फिर से रेखांकित कर रही है. वायुसेना अतिरिक्त 97 हल्के लड़ाकू विमान तेजस मार्क 1ए खरीदने पर विचार कर रही है. हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और हमारी अभियानगत योजनाएं पुख्ता हैं. वायुसेना प्रमुख ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी के हालात पर कहा कि हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं. हमारी अभियानगत योजनाएं पुख्ता हैं. वायुसेना अगले सात-आठ साल में ढाई-तीन लाख करोड़ रुपये के सैन्य मंचों, हार्डवेयर को शामिल करने पर विचार कर रही है. हमें रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली की तीन इकाइयां प्राप्त हुई हैं, उम्मीद है कि शेष दो इकाइयां अगले वर्ष तक मिल जाएंगी.
#WATCH | Indian Air Force (IAF) Chief Air Chief Marshal VR Chaudhari says, "We are constantly monitoring the situation across borders through intelligence, surveillance and reconnaissance (ISR). We make note of the buildup of resources and capabilities across the borders. Our… pic.twitter.com/c9ezRLhC6l
— ANI (@ANI) October 3, 2023
एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने युद्ध और अभियानों के दौरान अपने संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए सेना, वायुसेना और नौसेना की क्षमताओं के एकीकरण करने संबंधी परियोजना पर कहा कि यह काम प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि हमने अग्निपथ योजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है.
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वायुसेना को एस-400 मिसाइल प्रणाली की तीन इकाइयां प्राप्त हुई
एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने मंगलवार को कहा कि वायुसेना अगले सात-आठ साल में ढाई-तीन लाख करोड़ रुपये के मिलिट्री प्लेटफॉर्म, उपकरण एवं हार्डवेयर शामिल करने पर विचार कर रही है. वायुसेना दिवस से पहले उन्होंने मीडिया को संबोधित किया और कहा कि वायुसेना खासकर पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हालात पर लगातार नजर रख रही है. वायुसेना प्रमुख चौधरी ने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि वायुसेना को एस-400 मिसाइल प्रणाली की तीन इकाइयां प्राप्त हुई हैं और शेष दो इकाइयां अगले वर्ष तक मिल जाने की उम्मीद है.
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