India-China Tension : भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिससे दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हुए हैं. भारतीय सैनिकों ने चीनी पीएलए सैनिकों का डटकर मुकाबला किया. इस झड़प के बाद राजनीति गरम है. राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का आना जारी है. मामले को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की भी प्रतिक्रिया सामने आयी है.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि यह क्यों हुआ और हमारे फौजियों की हालत कैसी है और क्या सरकार सर्जिकल स्ट्राइक करेगी ? यह सब सरकार को बताना चाहिए इसलिए हम कल सदन में स्थगन प्रस्ताव लाएंगे. यह देश की ज़मीन का मामला है ना ही राजनीतिक मुद्दा. उन्होंने कहा कि झड़प 9 को हुई थी. जब संसद का सत्र चल रहा था तो सरकार ने संसद में उसी दिन क्यों नहीं बताया ? मुझे अपनी सेना पर पूरा भरोसा है लेकिन सरकार का कमजोर नेतृत्व है कि वह चीन का नाम तक नहीं लेते. इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि एक बार फिर हमारे सैनिकों को चीन ने उकसाया है. हमारे सैनिकों ने बहादुरी से मुकाबला किया और कुछ जवान घायल भी हुए. हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राष्ट्र के रूप में एक हैं और इसका राजनीतिकरण नहीं करेंगे. लेकिन मोदी सरकार को एलएसी (लाइन ऑफ एक्जुअल कंट्रोल) पर चीन की आक्रामकता और अप्रैल 2020 से हो रहे निर्माण कार्य को लेकर ईमानदार होना चाहिए.
Also Read: India-China Tension: भारत-चीन झड़प की गूंज संसद में देगी सुनाई, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बुलायी बैठकदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को हुई झड़प को लेकर कहा है कि ‘‘हमारे जवान देश का गौरव हैं. केजरीवाल ने ट्वीट किया, हमारे जवान देश की शान हैं. उनके शौर्य को मैं सलाम करता हूं और ईश्वर से उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.