जल्द ही कार से आसमान में उड़ेंगे भारतीय, पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा…
First Hybrid Flying Car भारतीयों के जल्द ही कार से आसमान में उड़ने का सपना साकार होने के करीब है. भारत में पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार शुरू होने को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को अहम जानकारी दी.
First Hybrid Flying Car भारतीयों के जल्द ही कार से आसमान में उड़ने का सपना साकार होने के करीब है. भारत में पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार शुरू होने को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को अहम जानकारी दी. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि विनाटा एयरोमोबिलिटी (VINATA AeroMobility) की युवा टीम द्वारा जल्द ही बनने वाली एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार (Asia First Hybrid Flying Car) के कॉन्सेप्ट मॉडल से परिचित होने पर खुशी हुई.
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने साथ ही कहा कि इसके शुरू होने के बाद उड़ने वाली कारों का उपयोग लोगों, कार्गो के परिवहन के साथ-साथ चिकित्सा आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए किया जाएगा. बता दें कि अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने फरवरी के महीने में एक ऐसे कार को मंजूरी दी, जो आसमान में 10 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकती है.
Delighted to have been introduced to the concept model of the soon-to-become Asia’s First Hybrid flying car by the young team of VINATA AeroMobility: Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia (1/2) pic.twitter.com/Jqtz9gbikk
— ANI (@ANI) September 20, 2021
इस कार को बनाने वाली कंपनी का नाम है टेराफुगिया ट्रांसजिशन (Terrafugia Transition) कंपनी का दावा है कि कार जमीन पर भी चल सकती है और हवा में भी उड़ सकती है. कंपनी कई तरह की फ्लाइंग कार तैयार करने की कोशिश कर रही है. अमेरिका परिवहन विभाग के अंतर्गत आने वाले फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने टेराफुगिया ट्रांजिशन द्वारा तैयार इस व्हीकल को उड़ाने की अनुमति अभी सिर्फ पायलटों और फ्लाइट स्कूलों को दी गई है. सड़कों पर इसे उड़ान भरने की लिए अनुमति मिलने में और एक साल का वक्त लग सकता है.
दरअसल, इससे पहले कंपनी को सड़क सुरक्षा से जुड़े नियमों के पालन की रूपरेखा तैयार करनी होगी. इस आधुनिक हाइब्रिड कार को चलाने वाले ड्राइवर उड़ान भरने के साथ एक मिनट से भी कम समय में छोटे एयर पोर्ट या राजमार्गों पर लैंड यानी उतर सकते हैं. कंपनी को उम्मीद है कि इस कार के उत्पादन और सामान्य इस्तेमाल की अनुमति 2022 में मिल सकती है. हालांकि इसको चलाने और उड़ान भरने वालों के पास ड्राइविंग लाइसेंस के साथ स्पोट्रर्स पायलट सर्टिफिकेट का होना अनिवार्य होगा.
Also Read: Heavy Rains in Bengal: मूसलाधार बारिश से पानी-पानी हुआ कोलकाता, IMD ने जारी किया अलर्ट