नयी दिल्ली : कोरोनावायरस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. भारत में अब तक के रिकॉर्ड एक दिन में सबसे अधिक मौत रविवार को हुई. रविवार को देश में कोरोना के कारण 21 लोगों की मौत हो गई, जिसमें सबसे अधिक महाराष्ट्र के थे. वहीं, अब तक कोरोना संक्रमण के कारण 83 लोग मारे जा चुके हैं.
12 मार्च को हुई थी पहली मौत– भारत में कोरोनावायरस संक्रमण से सबसे पहली मौत 12 मार्च को हुई थी. कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 वर्ष के एक बुजुर्ग की मोती कोरोना के कारण हो गयी थी. उक्त बुजुर्ग सऊदी अरब से लौटकर आये थे. कलबुर्गी के बाद मौत का सिलसिला बढ़ता गया और पिछले 25 दिनों में यह आंकड़ा बढ़कर 83 पर पहुंच गया है.
महाराष्ट्र में सबसे अधिक मौत– महाराष्ट्र में कोरोना के 113 मामले पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड किये गए हैं. इसके अलावा यहां पर पिछले 24 घंटे में 13 लोगों की मौत हुई है. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या अब 45 हो गई है. वहीं राज्य में कोरोना के 748 मरीज हो गए हैं. सिर्फ राजधानी मुंबई में कोरोना के 458 केस हैं.
505 नये केस– रविवार को कोरोना संक्रमित के 505 नये मामले सामने आये. देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 3577 हो गयी है. महाराष्ट्र में सबसे अधिक 113 कोरोनावायरस मरीज के मामले सामने आये.
निजामुद्दीन मरकज के 320 मरीज- स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात से जुड़े 320 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. मंत्रालय ने कहा कि निजामुद्दीन मरकज मामला नहीं होता तो, भारत में कोरोनावायरस फैलने की रफ्तार धीमी रहती.
तीसरे स्टेज का संकट बरकरार– भारत में कोरोनावायरस फैलने के तीसरे स्टेज का संकट अब भी बरकरार है. तबलीगी जमात के 320 केस मिलने के बाद सरकार ने जांच की रफ्तार तेज कर दी है. सरकार को डर है कि जिस तरह से नये मामले सामने आ रहे हैं, इससे कहीं भारत में तीसरा स्टेज का संक्रमण शुरू न हो जाये.