जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों को देखते हुए दुनिया के देश स्वच्छ ऊर्जा और इससे जुड़ी तकनीक के विकास पर फोकस कर रहे हैं. इस लड़ाई में भारत की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. नेट जीरो का लक्ष्य एवं क्लीन एनर्जी ट्रांसफॉर्मेशन में सहयोग प्रदान करने के लिए इंडिया एनर्जी स्टोरेज एलायंस (आईईएसए) इंडिया एनर्जी स्टोरेज वीक (आईईएसडब्ल्यू) के 6ठे संस्करण का आयोजन करने जा रहा है.
इस वैश्विक कार्यक्रम में अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, यूएई, चीन, सिंगापुर, फ्रांस, इटली, श्रीलंका सहित 25 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसमें ऊर्जा संग्रहण के भविष्य एवं स्वच्छ ऊर्जा के विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की जायेगी. सम्मेलन में 500 से अधिक राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों, ई-मोबिलिटी एवं हरित हाइड्रोजन प्रणाली से जुड़े 60 से अधिक लोग, 100 से अधिक स्टार्ट-अप्स, 50 से अधिक महिला एनर्जी लीडर्स, 8 से अधिक मंत्रालयों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. यह कार्यक्रम प्रगति मैदान में 1 से 5 मई के बीच होगा.
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए इंडिया एनर्जी स्टोरेज एलायंस के अध्यक्ष राहुल वालावलकर ने कहा कि पृथ्वी के अस्तित्व को बनाये रखने के लिए दुनिया को सतत ऊर्जा को अपनाना ही होगा और भारत इस बदलाव में अग्रणी भूमिका निभायेगा. देश में 30 कंपनियां एनर्जी स्टोरेज से संबंधित उत्पादों के लिए लिए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित कर रही हैं. इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विषयों पर 30 सत्र, 6 टेक्निकल फोरम, 5 राउंड टेबल, रिवर्स बायर-सेलर फोरम जैसे कार्यक्रम होंगे.