Vaccination Updates: चीन से निकलकर पूरी दुनिया में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus Pandemic) ने जब कहर बरपाया, तो इसके खिलाफ जंग का भारत ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया. अपने दम पर न केवल अपने देश के नागरिकों का टीकाकरण किया, बल्कि कई देशों की मदद भी की. नागरिकों को कोरोना से प्रतिरक्षा देने का बीड़ा उठाने वाले भारत ने एक साल में ही वैक्सीनेशन (Vaccination in India) में कई कीर्तिमान स्थापित कर दिये. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े भी इसकी गवाही देते हैं. आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका, ब्रिटेन जैसे विकसित और साधन संपन्न देश जो नहीं कर पाये, भारत ने कर दिखाया. भारत में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और स्पेन जैसे विकसित देशों की तुलना में कहीं ज्यादा नागरिकों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है.
इतना ही नहीं, 16 जनवरी 2021 को टीकाकरण अभियान की शुरुआत के 9 महीने के भीतर 100 करोड़ वैक्सीन की डोज लगाने का विश्व कीर्तिमान स्थापित कर दिया. भारत में अब तक 90 फीसदी से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है. 65 फीसदी को वैक्सीन की दोनों खुराक दी जा चुकी है. यानी भारत की 65 फीसदी आबादी अब वैक्सीन के सुरक्षा चक्र के दायरे में आ चुकी है. वैक्सीनेशन के मामले में भारत ने अब तक जो सबसे बड़े कीर्तिमान स्थापित किये हैं, उसमें सबसे कम समय में 100 करोड़ वैक्सीन की खुराक देना शामिल है.
इतना ही नहीं, एक दिन में 2.51 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने का कीर्तिमान भी भारत ने स्थापित किया है. 17 सितंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (PM Narendra Modi Birthday) पर भारत ने यह खास कीर्तिमान स्थापित किया था. भारत सरकार ने 93.7 करोड़ वयस्क आबादी का मुफ्त टीकाकरण अभियान शुरू किया था.
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दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति अमेरिका अब तक मात्र 73.2 फीसदी लोगों का टीकाकरण (वैक्सीन की पहली खुराक) कर सका है, जबकि 61.5 फीसदी को दूसरी खुराक दी गयी है. ब्रिटेन में 75.9 फीसदी लोगों ने पहली खुराक ली है, तो दूसरी खुराक लेने वालों का आंकड़ा 69.5 फीसदी है. फ्रांस में 78.3 फीसदी लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगी है, जबकि 73.2 फीसदी लोग दूसरी खुराक ले चुके हैं. स्पेन में 84.1 फीसदी लोगों ने पहली और 81 फीसदी ने दूसरी डोज लगवा ली है.
स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के आंकड़े बताते हैं कि भारत में 11 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों में सभी वयस्कों का टीकाकरण हो चुका है. यानी 100 फीसदी लोग, जो टीकाकरण के दायरे में आते थे, को वैक्सीन की दोनों खुराक लग चुकी है. कई ऐसे राज्य और केंद्रशासित प्रदेश हैं, जो इस लक्ष्य को हासिल करने के बेहद करीब हैं. अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार ने कई इनोवेटिव उपाय किये. सरकार ने ‘हर घर दस्तक’ अभियान की शुरुआत की. इसके तहत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर गये और लोगों को टीका लगाया. इस अभियान की मदद से वैक्सीन की पहली खुराक देने के मामले में 11.6 फीसदी का इजाफा हुआ. वहीं, सेकेंड डोज कवरेज में 28.9 फीसदी का इजाफा हुआ.
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कोरोना के नये म्यूटेंट स्ट्रेन ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रसार को देखते हुए भारत सरकार 3 जनवरी 2022 (सोमवार) से 15 से 18 साल की उम्र के किशोरों का टीकाकरण शुरू करने जा रहा है. नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (NTAGI) की स्टैंडिंग टेक्निकल साइंटिफिक कमेटी (STSC) की सलाह पर सरकार ने यह फैसला किया है. भारत सरकार ने दिसंबर 2021 में दो वैक्सीन बायोलॉजिकल ई (Biological-E) के कोर्बेवैक्स (Corbevax) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के कोवोवैक्स (Covovax) को आपातकाल में इस्तेमाल की मंजूरी दी. विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में 145.44 करोड़ वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है.
भारत में रविवार (2 जनवरी 2022) को कोरोना वायरस के संक्रमण के 27,553 नये मामले सामने आये. इसदौरान 9,249 लोग स्वस्थ होकर अपने घर गये. ओमिक्रॉन वैरिएंट की संख्या आज बढ़कर 1,525 हो गयी. इनमें से 560 लोग अब तक स्वस्थ हो चुके हैं. देश में कोरोना से ठीक होने की दर 98.27 फीसदी है. यानी 100 में से 98.27 लोग कोरोना को मात दे रहे हैं.
Posted By: Mithilesh Jha