नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को प्रधानमंत्री आपात स्थिति नागरिक सहायता एवं राहत कोष के गठन की घोषणा की. जिसमें लोग दान कर सकते हैं और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद कर सकते हैं. मोदी की घोषणा के साथ ही कई लोग इस महामारी के खिलाफ भारत की जंग में अपना सहयोग देना शुरू कर दिया है. पीएम मोदी ने भी हर ऐसे हाथ को, जो इस संकट की घड़ी में उठ रहे हैं उनका अभिवादन कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कोष के गठन की घोषणा के समय कहा था, अपने साथी भारतीयों से मेरी अपील है कि वे पीएम केयर्स में उदारता पूर्वक योगदान करें। आने वाले समय में यदि कोई ऐसी विषम परिस्थति पैदा होती है तो उसमें भी यह कोष काम आएगा.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में एक महीने का वेतन जमा कराया है. राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट किया था कि राष्ट्रपति कोविंद राष्ट्र को कोविड-19 के इस संकट से उबरने में मदद करने के लिए पीएम केयर्स में एक महीने की अपनी तनख्वाह देने का वादा करते हैं. ट्वीट में कहा गया है, वह सभी नागरिकों से कोविड-19 को पराजित करने में मदद करने के लिए पीएम केयर्स में उदारता से दान करने की अपील करते हैं.
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जारी अभियान में मदद के लिये प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में एक महीने का वेतन जमा किया है. उन्होंने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से भी एक करोड़ रुपये जारी किये हैं. इससे पहले किरेन रिजिजू, संतोष गंगवार, रवि शंकर प्रसाद, नितिन गडकरी जैसे केंद्रीय मंत्री भी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में एक महीने का वेतन जमा करा चुके हैं.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को सभी सांसदों से कोविड -19 से मुकाबला करने के लिए अपनी सांसद निधि (एमपीलैड फंड) से एक करोड़ रुपये आवंटित करने का अनुरोध किया. लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, बिरला ने कहा, इस धनराशि का उपयोग आवश्यक जांच किट, मास्क, व्यक्तिगत सुरक्षा किट और अन्य चिकित्सीय उपकरणों के लिये किया जायेगा.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोरोना वायरस की महामारी से मुकाबले के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री राहत कोष में 30 लाख रुपये दान देने की घोषणा की है. सिंधिया ने कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना भी की है.
कल्याण ज्वलेर्स ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में 10 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की है. कल्याण ज्वेलर्स ने बयान में कहा कि कंपनी स्थानीय और सरकारी निकायों के साथ भागीदारी करेगी ताकि इस कोष का आवंटन सही तरीके से किया जा सके. कंपनी ने कहा कि इस कोष के जरिये वह समाज के कमजोर तबके को भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराएगी.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने में मदद के लिए रेल मंत्रालय प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष (पीएम केयर्स फंड) को 151 करोड़ रुपये दान करेगा.
देश की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई के अधिकारियों ने नवगठित प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत (पीएम-केयर्स) कोष में एक दिन का वेतन दान देने का फैसला किया है. एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि कोष का गठन होने के फौरन बाद यह फैसला लिया गया. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) में करीब 6,000 अधिकारी हैं.
इस महीने के शुरू में महिला टी20 विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली 16 वर्षीय ऋचा घोष ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिये बंगाल मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रूपये दान में दिये.
कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस) के दायरे में आने वाले पेंशनभोगियों के एक फोरम ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने में सरकार की मदद के लिये अपनी एक दिन की पेंशन प्रधानमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय किया है; ईपीएस 95 के अंतर्गत आने वाले पेंशनभोगियों की संख्या करीब 65 लाख है.
भारतीय टेस्ट टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिये महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष में 10 लाख रुपये का दान दिया. महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने 50 लाख रुपये का जबकि पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुरेश रैना ने सबसे ज्यादा 52 लाख रुपये का योगदान दिया है.
भारत की सबसे अमीर खेल संस्था बीसीसीआई ने शनिवार को कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई के लिये प्रधानमंत्री राहत कोष में 51 करोड़ रुपये दान में दिये.
डिजिटल भुगतान से संबंधित कंपनी पेटीएम ने शनिवार को कहा कि उसका ‘प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष’ (पीएम केयर्स) में 500 करोड़ रुपये का योगदान देने का लक्ष्य है. पेटीएम ने एक बयान में कहा कि पेटीएम का वालेट, यूपीआई और पेटीएम बैंक डेबिट कार्ड इस्तेमाल करके पेटीएम के जरिए दिए गए हर योगदान या अन्य किसी भी भुगतान के लिए कंपनी अतिरिक्त 10 रुपये का योगदान देगी.