राजपथ नहीं इस स्टेडियम में आयोजित हुआ था भारत का पहला गणतंत्र दिवस समारोह

आज जब देश के गणराज्य बने 74 साल पूरे हो गए है तब चर्चा अगर करें कि भारत देश ने अपना पहला गणतंत्र दिवस कैसे मनाया था तो शायद आपको यकीन ना हो. बता दें कि भारत के गणराज्य बनने के बाद पहला समारोह राजपथ (अब कर्तव्य पथ) पर आयोजित नहीं किया गया था.

By Aditya kumar | January 26, 2024 2:43 PM
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Republic Day Celebration : भारत आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. हजारों अतिथि इस दौरान दिल्ली के कर्तव्य पथ में आयोजित समारोह में शामिल हुए. कर्तव्य पथ पर कई झांकियां भी निकाली गई जिसमें 16 राज्य, तीनों सेना की टुकड़ियां समेत कई दल मौजूद थे. आज जब देश के गणराज्य बने 74 साल पूरे हो गए है तब चर्चा अगर करें कि भारत देश ने अपना पहला गणतंत्र दिवस कैसे मनाया था तो शायद आपको यकीन ना हो. बता दें कि भारत के गणराज्य बनने के बाद पहला समारोह राजपथ (अब कर्तव्य पथ) पर आयोजित नहीं किया गया था.

राजपथ नहीं इस स्टेडियम में हुआ था आयोजन

जी हां, भारत ने अपना पहला गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह राजपथ पर आयोजित नहीं किया था बल्कि एक स्टेडियम में किया था. खबरों की मानें तो यह आयोजन 1930 के दशक के एक एम्फीथिएटर में हुआ था जिसे बाद में स्टेडियम बना दिया गया था. उस दिन यानी 26 जनवरी, 1950 को भारत गणराज्य बना तो उस रात राजधानी की सार्वजनिक इमारतें, उद्यान और रेलवे स्टेशन रोशनी से चकाचौंध हो गए थे. इसी ऐतिहासिक दिन भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में राजेंद्र प्रसाद ने शपथ ली और पहला गणतंत्र दिवस समारोह यहां इरविन स्टेडियम में आयोजित किया गया था.

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स्टेडियम का निर्माण 1933 में

गूगल आर्ट्स एंड कल्चर वेबसाइट के अनुसार, भावनगर के महाराजा की ओर से दिल्ली को दिए गए एक उपहार के रूप में 1933 में स्टेडियम का निर्माण किया गया था. इसका नाम भारत के पूर्व वायसराय लॉर्ड इरविन के नाम पर ही रखा गया था जिन्होंने अपने कार्यकाल में फरवरी 1930 में नई दिल्ली को ब्रिटिश शासन की नई राजधानी बनाया था. मध्य दिल्ली में कनॉट प्लेस के शिल्पकार रॉबर्ट टोर रसेल ने इस एम्फीथिएटर का डिजाइन तैयार किया था जिसे 1951 में एशियाई खेलों के आयोजन से ऐन पहले नेशनल स्टेडियम नाम दिया गया. वहीं, साल 2002 में इसका नाम हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद के नाम पर रख दिया गया.

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