Vertical Lift Sea Bridge: तमिलनाडु के रामेश्वरम स्थित नया पंबन ब्रिज यानी देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी-ब्रिज जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा. इस नए पुल में शेजर रोलिंग लिफ्ट तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. जिससे बड़े पानी के जहाजों के गुजरने के लिए पुल क्षैतिज रूप से खुलेगा. इसके अलावा इसे बनाने में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. जो ट्रेनों को तेज गति देने के साथ-साथ अधिक भार ढोने की भी क्षमता देगा.
बता दें, वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी-ब्रिज का निर्माण 9 नवंबर, 2019 को शुरू हुआ था. इसे जल्द पूरा होने की संभावना है. नया पुल सेंसर रोलिंग लिफ्ट पर काम करेगा और 90 डिग्री के कोण पर ऊपर की ओर खुल जायेगा. इसकी नयी तकनीक ट्रेनों को तेज गति और ज्यादा वजन ढोने की सुविधा देगी. स्टीमर या पानी वाले जहाज के गुजरने के लिए पुल का जो हिस्सा ऊपर उठेगा, वह 63 मीटर लंबा होगा, जो समानांतर रूप से समुद्र तल से 22 मीटर ऊंचा उठेगा.
तमिलनाडु के रामेश्वरम के पास बन रहे नए पंबन पुल का निर्माण दिसंबर तक पूरा होने की संभावना है. इस पुल को बनाने में करीब 560 करोड़ रुपये लगने की संभावना है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. बता दें, दो किलोमीटर लंबा यह पुल भारत का पहला ‘वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज’ है. अधिकारियों ने यह भी बताया कि मौजूदा पुल पर रेलगाड़ियां सिर्फ 10 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से चल सकती हैं, जबकि नए पुल पर 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें.
वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी-ब्रिज उन श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों के लिए एक वरदान साबित होगा जो रामेश्वरम और धनुषकोडी की आध्यात्मिक यात्रा करना चाहते हैं. अधिकारियों ने ने बताया कि, पुराने पुल पर मालगाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन नए पुल पर इनके संचालन की अनुमति दी जाएगी. हालांकि इस पुल को बीते साल सितंबर में ही चालू हो जाना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसमें देरी हुई.
पुल करीब 2 किलोमीटर लंबा होगा. इसकी आधुनिक तकनीक ट्रेनों को तेज गति के साथ-साथ अधिक भार ढोने की भी अनुमति देगी. जिससे पर्यटकों के आवागमन को भी बढ़ावा मिलेगा. यह पुल 63 मीटर लंबा होगा. यह पुल समानांतर रूप से समुद्र तल से 22 मीटर की ऊंचाई के साथ ऊपर की ओर उठेगा. यह इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम पर चलेगा. यह ट्रेन कंट्रोल सिस्टम के साथ तालमेल बिठाकर काम करता है.
भाषा इनपुट के साथ
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