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इस्लामोफोबिया से बिगड़ी भारत की छवि, एस.जयशंकर ने संभाला मोर्चा, सउदी नेताओं से कर रहे बात

Coronavirus खतरे के बीच सोशल मीडिया पर Islamphobia के दुष्प्रचार की पोल खोलने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुद मोर्चा संभाल लिया है. मंत्रालय ने इसको लेकर खाड़ी देशों के साथ संपर्क साधना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में विदेश मंत्री जयशंकर ने खाड़ी देशों के बड़े नेताओं से बातचीत की है.

By AvinishKumar Mishra | April 25, 2020 10:31 AM

नयी दिल्ली : Coronavirus खतरे के बीच सोशल मीडिया पर Islamphobia के दुष्प्रचार की पोल खोलने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुद मोर्चा संभाल लिया है. मंत्रालय ने इसको लेकर खाड़ी देशों के साथ संपर्क साधना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में विदेश मंत्री जयशंकर ने खाड़ी देशों के बड़े नेताओं से बातचीत की है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार विदेश मंत्री ने खाड़ी देशों के नेताओं से बातचीत में कहा कि कोरोनावायरस मरीजों के इलाज में भारत समान भाव के साथ काम कर रहा है. सभी मरीजों के एक समान व्यवहार किया जा रहा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस दौरान खाड़ी देश के नेताओं को रमजान की बधाई भी दी.

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जयशंकर ने खाड़ी देशों के नेताओं को कहा कि ट्विटर और सोशल मीडिया पर जो शेयर किया जा रहा है, वो फेक है और एक प्रोपगेंडा के तहत भारत को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है. भारत में किसी भी धर्म के लोगों के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा है.

दरअसल, सोशल मीडिया पर पड़ोसी देश पाकिस्तान द्वारा लगातार भारत के खिलाफ इस्लामोफोबिया जैसे हैशटैग के साथ ट्रेंड कराया जा रहा है, जिसके कारण खाड़ी देशों में रहने वालें भारतीय को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए विदेश मंत्रालय खुद इस मसले पर सक्रिय होकर खाड़ी देशों के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं.

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इससे पहले एजेंसी की रिपोर्ट आयी थी, जिसके अनुसार खाड़ी देशों भारतीय अलग-थलग की स्थिति में हो गये थे. उनपर रोजगार का संकट आ गया था और लॉकडाउन की वजह से कई लोगों को खाने और रहने में दिक्कतें आ रही थी. बता दें कि खाड़ी देशों में करीब 80 लाख भारतीय रहते हैं. लगभग सभी खाड़ी देशों ने संपूर्ण लॉकडाउन, यात्रा प्रतिबंध और अपनी सीमाओं को सील करने जैसे सख्त कदम उठाए हैं, ऐसे में इन भारतीयों को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गयी. हालांकि विदेश मंत्रालय ने सभी दूतावासों के इनकी मदद पहुंचाने के लिए पहले ही आदेश दे चुका है.

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