नयी दिल्ली : कोरोना वायरस से एक ओर जहां दुनियाभर में हाहाकार मची है, वहीं भारत में स्थिति अभी भी काबू में है. इसी बीच एक और अच्छी खबर सामने आयी है. भारत अब दुनिया के उन देशेां में शामिल हो गया है जिन्होंने अब तक कोरोना के 10 लाख टेस्ट किये हैं. भारत 10 लाख या उससे ज्यादा टेस्ट करने वाला 10वां देश है. हालांकि, भारत के लिए यह अच्छी खबर है कि यहां अब तक सिर्फ 39 हजार मामले सामने आये हैं. अमेरिका, ब्रिटेन, इटली और स्पेन समेत अन्य देशों की तुलना में ये काफी कम हैं. अमेरिका भी 10 लाख टेस्ट कर चुका है, वहां संक्रमण के 1,64,620 केस सामने आ चुके हैं.
वहीं जर्मनी में 73,522 केस सामने आ चुके हैं. स्पेन में 2,00,194 केस सामने आ चुके हैं. तुर्की में कोविड 19 के अब तक 1,17,589 केस दर्ज किये गये हैं. वहीं इटली में 1,52,271 मामले सामने आये हैं. इस लिहाज से भारत की स्थिति ठीक है. भारत में एक अच्छी बात यह रही है कि संक्रमण दक 4% ही रहा है. जब शुरुआत में 15 हजार लोगों की जांच हुई थी, तब भी संक्रमण 4% लोग ही मिले थे. अब जब 10 लाख लोगों की जांच हो चुकी है, तब भी यह करीब 4% यानी 39,980 तक पहुंचा है.
देश कुल टेस्ट संक्रमित मौतें
यूएस 6,931,132 1,160,838 67,448
स्पेन 1,528,833 245,567 25100
इटली 2,108,837 209,328 28,710
ब्रिटेन 1,129,907 182,260 28,131
फ्रांस 1,100,228 168,396 24,760
जर्मनी 2,547,052 164,967 6,812
तुर्की 1,111,366 124,375 3,336
रूस 3,945,518 124,054 1,222
भारत 1,046,450 39,980 1,323
यूएइ 1,200,000 13,599 119
भारत में हर एक लाख में सिर्फ 0.09 लोगों की हो रही मौत जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक भारत में कोरोना से मौत की दर सिर्फ 3.2 फीसदी है. यानी कोरोना से संक्रमित सौ लोगों में से 4 से भी कम लोगों की मौत हो रही है. अगर इस आकंड़े को जनसंख्या के आधार पर देखा जाये, तो हर एक लाख लोगों में सिर्फ 0.09 लोगों की की मौत हो रही है.चीन को भी पीछे छोड़ा, दक्षिण कोरिया भी हमारे सामने नहीं ठहरता कोरोना संक्रमण को रोकने में हर जगह दक्षिण कोरिया की तारीफ हो रही है. लेकिन भारत ने मौत की दर में उसे भी पीछे छोड़ दिया है. कोरिया में 10780 संक्रमित मरीजों में से अब तक 250 लोगों की मौत हो चुकी है.
यानी यहां मौत की दर 2.3 फीसदी है. जबकि हर एक लाख लोगों में 0.48 फीसदी की मौत हो रही है. भारत के बाद चीन में सबसे कम मौत की दर है. यहां 83959 मामलों में से 5.5 फीसदी लोगों की मौत हो रही है. जबकि जनसंख्या के हिसाब से ये आंकड़ा 0.33 फीसदी पर बैठता है.संक्रमण के नये मामलों की रफ्तार में जल्द ठहराव की संभावना : नीति आयोगनीति आयोग के सदस्य वीके पॉल का मानना है कि कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या में बेशक बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन इनमें अब जल्दी ही किसी भी दिन से स्थिरता आनी शुरू होगी.
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लॉकडाउन को दो सप्ताह और बढ़ाने का मकसद पहले और दूसरी चरण के दौरान हुए लाभ को और मजबूत करना है. पॉल ने कहा कि कोरोना वायरस के मामलों में अचानक हुई बढ़ोतरी इस संक्रमण के संरोधन की हमारी नियंत्रण नीति के हिसाब से सीमा में है. पॉल ने बंद को बढ़ाकर 17 मई तक करने के फैसले के पीछे उद्देश्य बताते हुए कहा कि देश को पिछले लॉकडाउन से जो लाभ हुआ है, उसे मजबूत करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि बंद का मकसद वायरस के ट्रांसिमशन की श्रृंखला को तोड़ना है.