Sindhu Border News राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और हरियाणा की सीमा सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को एक दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या कर दी गई. यह मामलाअब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंच गया है. शीर्ष अदालत में इस मामले को लेकर एक याचिका दायर की गई है. दायर याचिका में सिंघु बॉर्डर को खाली करवाने की मांग की गई है. बता दें कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन बीते कई महीनों से जारी है और किसान अभी भी सिंघु बॉर्डर पर जमे हुए हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्वाति गोयल और संजीव नेवार ने वकील शशांक शेखर झा के जरिए अपनी लंबित जनहित याचिका में यह अंतरिम याचिका दाखिल की है. जिसमें कहा गया है कि इन प्रदर्शनों को यदि ऐसे ही चलते रहने दिया गया, तो देश को बड़े पैमाने पर नुकसान होगा. याचिका में केंद्र सरकार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सभी तरह के प्रदर्शन रोकने और महामारी खत्म होने तक एसे प्रदर्शनों की इजाजत नहीं देने को लेकर दिशा-निर्देश देने का अनुरोध किया गया है.
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, जनहित याचिका में कहा गया है कि जो प्रदर्शन गैरकानूनी है और जिसमें मानवता विरोधी कृत्य देखने को मिल रहे हैं. ऐसे प्रदर्शन को जारी रखने नहीं दिया जा सकता है. याचिका में कहा गया है कि प्रदर्शनों में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा, एक महिला से दुष्कर्म की वारदात और दशहरा के मौके पर लखबीर सिंह नाम के दलित व्यक्ति की हत्या जैसे गंभीर वारदातें देखी गई हैं.
वहीं, वकील शशांक शेखर झा के मुताबिक, उन्होंने स्वाती गोयल शर्मा और संजीव नेवर की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. याचिका सुप्रीम कोर्ट में मार्च, 2021 से लंबित है. कई कोशिशों के बाद अब भी मामले की सुनवाई नहीं हुई है. सिंघु बॉर्डर पर दलित युवक की हत्या के बाद मामले की जल्द सुनवाई की मांग की है.
बता दें कि लखबीर सिंह को सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मंच के पास उल्टा लटकाया गया था. उसका हाथ काट दिया गया था. तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई. लखबीर सिंह लगातार मदद के लिए विनती करता रहा, लेकिन आखिरी सांस तक उसको तड़पने के लिए छोड़ दिया गया.