नयी दिल्ली : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने रविवार को कहा कि उत्तर भारत में इस बार हाड़ कंपाने वाली कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है. साथ ही शीत लहर का प्रकोप भी रहेगा. आईएमडी ने दिसंबर से फरवरी के लिए अपने सर्दियों के पूर्वानुमान में कहा कि उत्तर और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है.
महापात्र ने कहा, उत्तर भारत में इस साल कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना है. उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में रात का तापमान सामान्य से कम रह सकता है, वहीं दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. गौरतलब है कि उत्तर भारत में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरु भी कर दिया है. दिल्ली और राजस्थान में ठंड ने रिकॉर्ड बनाया है. गुलमर्ग में शनिवार को पारा शून्य से नीचे चला गया. वहीं दक्षिण भारत में चक्रवाती तूफान निवार के कारण मौसम से सामान्य से अलग है और एक दिसंबर से इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना है.
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भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने अक्तूबर में ही यह संभावना व्यक्त की थी इस वर्ष ला नीना का प्रभाव कम रहेगा, जिसके कारण इस साल कड़ाके की ठंड पड़ेगी. अगर आप शीत लहर की स्थिति के लिए बड़े पैमाने पर कारक को देखते हैं तो ला नीना और अल नीनो की परिस्थितियां इसमें बड़ी अहम भूमिका निभाती हैं. ला नीना के कमजोर पड़ने से पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा ठंड पड़ने की संभावना है.
Posted By : Rajneesh Anand