india nepal border dispute : चीन (China) के साथ-साथ भारत का पड़ोसी नेपाल (nepal) भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. एबीपी न्यूज के अनुसार उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भारतीय सीमा के पास लिपुलेख के दूसरी तरफ नेपाल ने एक हेलीपैड बना लिया है. यहां गतिविधि तेज नजर आ रही है. यही नहीं इन इलाकों में ऐसे टेंट भी नजर आ रहे हैं जिनपर चीनी भाषा में कुछ लिखा हुआ है. इससे यह साफ हो रहा कि नेपाल ऐसी हिमाकत चीन की शह पर कर रहा है.
भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को नेपाली भूभाग बताने वाले अपने दावे को मजबूत करने के लिए नेपाल अब भारत के साथ लगती सीमा के पास अपने एफएम रेडियो चैनलों के जरिए भारत विरोधी दुष्प्रचार कर रहा है. सीमा के पास रह रहे भारतीय गांवों के निवासियों का कहना है कि नेपाली चैनलों द्वारा प्रसारित गीत आधारित या अन्य कार्यक्रमों के बीच में भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा क्षेत्रों को वापस किये जाने की मांग करने वाले भारत-विरोधी भाषण दिए जा रहे हैं.
इधर, भारत-नेपाल सीमा पर स्थित बिहार के वाल्मीकिनगर गंडक बराज पर बुधवार से बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य शुरू हो जायेगा. सीमित शर्तों के साथ इसकी अनुमति नेपाल सरकार ने मंगलवार को दे दी. मंगलवार को दोनों देशों के अधिकारियों के बीच हुई पांचवीं बैठक में नेपाल ने इसकी इजाजत दी.लॉकडाउन की वजह से नेपाल ने उसके हिस्से में पड़ने वाले गंडक बराज वाल्मीकिनगर के दायें तटबंध में बने एफ्लक्स बांध पर गश्ती और मरम्मत की अनुमति नहीं दी थी. इस कारण इस बांध की सुरक्षा को खतरा हो गया था. पश्चिम चंपारण के डीएम और नेपाल के डीएम से पिछले कई दिनों से बात हो रही थी. जिसके बाद मंगलवार को नेपाल सरकार ने मरम्मत कार्य के लिए सीमित शर्तों के साथ अनुमति जल संसाधन विभाग वाल्मीकिनगर को दी है.
Also Read: नंबर प्लेट के इन नियमों का नहीं किया पालन तो 1 जुलाई से भरना पड़ेगा भारी जुर्माना…
उधर, चीन की शह पर उछल रहे नेपाल ने स्वीकार किया है कि ड्रैगन उसकी जमीन कब्जा रहा है. नेपाल के कृषि मंत्रालय ने कहा है कि चीन ने नेपाल की भूमि कब्जा करके अपनी सीमा को बढ़ा लिया है. जहां वह सैन्य पोस्ट बनाना चाहता है.
Posted By : Amitabh Kumar