Ballistic Missile: भारत की रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत से शुक्रवार को सफलतापूर्वक बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की गई. रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि मिसाइल का परीक्षण एक पूर्व निर्धारित सीमा तक किया गया. बताया गया कि मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी में लक्ष्य पर पूरी सटीकता के साथ निशाना साधते हुए सभी परिचालन और तकनीकी मानकों को पूरा किया.
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि आईएनएस अरिहंत द्वारा पनडुब्बी से एसएलबीएम का सफल उपयोगकर्ता प्रशिक्षण लॉन्च दल दक्षता को साबित करने और एसएसबीएन कार्यक्रम के अनुरूप महत्वपूर्ण है, जो भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता का एक प्रमुख तत्व है. साथ ही कहा गया कि यह भारत की विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता की नीति को ध्यान में रखते हुए एक मजबूत, टिकाऊ एवं सुनिश्चित जवाबी क्षमता है, जो इसकी पहले उपयोग न करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.
Submarine Launched Ballistic Missile by nuclear submarine INS Arihant successful. The missile was today tested to a predetermined range & it impacted the target area in the Bay of Bengal with high accuracy, validating all operational and technological parameters: Defence Ministry pic.twitter.com/rleg4Q4ehJ
— ANI (@ANI) October 14, 2022
आईएनएस अरिहंत भारत की पहली और एकमात्र परमाणु संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी है. इसकी खूबियों की बात करें तो यह पनडुब्बी जमीन, हवा एवं समुद्र से परमाणु हमला करने में सक्षम है. आईएनएस अरिहंत देश को उन दुश्मनों से बचाता है, जो भारत पर परमाणु हमला करने की ताकत रखते हैं. यह परमाणु हथियारों से लैस पनडुब्बी काफी महत्वपूर्ण हथियार है. जो समुद्र के किसी भी कोने से शहर को बर्बाद करने की क्षमता वाली मिसाइल छोड़ सकती है. बड़ी बात यह है कि इसे काफी जल्दी डिटेक्ट भी नहीं किया जा सकता. साथ ही परमाणु रिएक्टर से मिली एनर्जी से चलने वाली दूसरी खूबियों के कारण लंबे समय तक गहरे पानी के भीतर रह सकती है. अरिहंत को 26 जुलाई 2009 को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह द्वारा विजय दिवस की वर्षगांठ पर लॉन्च किया गया था.