UN: भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इस प्रस्ताव का किया विरोध, थरूर ने ट्वीट कर जयशंकर को दी शाबाशी
संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा है कि इस प्रस्ताव के पास होने के बाद कई आतंकी संगठनों को छूट मिल जायेगी. उन्होंने कहा, ऐसे आतंकी संगठन मानवीय सहायता के नाम पर पैसे जुटाकर लड़ाकों की भर्ती करते हैं और उन्हें ट्रेनिंग देते हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राजनयिक शशि थरूर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की जमकर प्रशंसा की. दरअसल, संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध व्यवस्थाओं में मानवीय छूट की स्थापना को लेकर संयुक्त राष्ट्र में भारत ने अपना रुख स्पष्ट किया है. इसे लेकर थरूर ने एक ट्वीट में लिखा, इस प्रस्ताव के पीछे मानवीय सरोकारों को समझते हुए, मैं भारत की उन आपत्तियों से पूरी तरह सहमत हूं, जिसके कारण वह इसमें शामिल नहीं हुआ. थरूर ने आगे कहा कि इसके लिए जयशंकर की प्रशंसा की जानी चाहिए. शाबाश विदेशमंत्री जयशंकर, आपने एकदम सही फैसला लिया है.
While understanding the humanitarian concerns behind the resolution, I agree fully with India’s reservations that prompted its abstention. We don’t have to look far across the border for evidence to substantiate @ruchirakamboj’s words. Well done, @IndiaUNNewYork @DrSJaishankar https://t.co/muwm3TsOzm
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 10, 2022
संयुक्त राष्ट्र में भारत ने किया विरोध
बता दें कि शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव लाया गया है, जिसमें कहा गया है कि ऐसे संगठनों को छूट मिलनी चाहिए जो प्रतिबंध व्यवस्थाओं में मानवीय सहायता करते हैं. इसके अलावा प्रस्ताव में कहा गया है कि यह छूट इसलिए जरूरी है, क्योंकि संगठन या संस्था पैसे जुटाकर किसी आपदा और संकट के समय लोगों की मदद कर सकें. इधर, भारत ने इस प्रस्ताव पर अपना विरोध दर्ज किया है. दरअसल, भारत का कहना है कि इन संगठनों की सूची में आतंकी समूहों के भी नाम दर्ज हैं, जो पैसे जुटाकर लड़कों की भर्ती करते हैं.
प्रस्ताव पास होने के बाद आतंकी समूहोें को मिलेगी ये छूट
संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा है कि इस प्रस्ताव के पास होने के बाद कई आतंकी संगठनों को छूट मिल जायेगी. उन्होंने कहा, ऐसे आतंकी संगठन मानवीय सहायता के नाम पर पैसे जुटाकर लड़ाकों की भर्ती करते हैं और उन्हें ट्रेनिंग देते हैं. रुचिरा ने कहा, संयुक्त राष्ट्र में इस प्रस्ताव के पास होने से आतंकवाद को बढ़ावा मिलेगा साथ ही आतंकी संगठन जमकर फंडिंग कर सकेंगे.
भारत के अलावा सभी देशों ने प्रस्ताव का किया समर्थन
संयुक्त राष्ट्र के इस प्रस्ताव का एकमात्र भारत ने विरोध किया. वहीं, अन्य सभी देश इस प्रस्ताव के पक्ष में दिखें. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद के खिलाफ भारत हमेशा से आवाज उठाता रहा है. इसके अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान और चीन में पल रहे आतंकी संगठनों पर भी भारत हमेशा कार्रवाई की बात करते आया है.