India and Pakistan Budget: केंद्रीय बजट 2025-26 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शिक्षा मंत्रालय को 1.28 लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किया है. यह 2024-25 के संशोधित अनुमान 1.14 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. वित्त मंत्री ने स्कूल स्टूडेंट्स से लेकर हायर एजुकेशन, जॉब्स सेक्टर, रिसर्च डेवलपमेंट, स्किल डेवलपमेंट के लिए कई स्कीम्स की घोषणाएं की हैं. आईआईटी और मेडिकल कॉलेजों में सीटें बढ़ाने की भी घोषणा बजट में की गई है. भारत शिक्षा के क्षेत्र में हर साल अपना बजट बढ़ा रहा है. भारत के शिक्षा बजट की अगर पाकिस्तान से तुलना की जाए तो एक साथ आजाद होने के बाद भी पाकिस्तान विकास की दौड़ में भारत से लगातार पिछड़ता चला गया. उसका कुल बजट न सिर्फ भारत से करीब आठ गुना कम है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी वो काफी कम खर्च करता है.
शिक्षा पर कितना खर्च करते हैं भारत और पाकिस्तान
पाकिस्तान की अगर भारत से तुलना की जाए तो पता चलता है कि पाकिस्तान चला तो भारत के साथ था, लेकिन समय के साथ वो हिंदुस्तान से पिछड़ता चला गया. आजादी से लेकर अब तक की तुलना की जाए तो 26 नवंबर 1947 को भारत ने महज 171.15 करोड़ रुपये का अपना पहला बजट पेश किया था, जो 1 फरवरी 2025 को बढ़कर 50.65 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. शिक्षा के क्षेत्र में भी भारत का बजट पाकिस्तान से मीलों आगे हैं. पाकिस्तान ने वित्त वर्ष 2022 में शिक्षा पर 1101 अरब रुपये खर्च किया था. वहीं 2024-25 के लिए भारत का शिक्षा बजट 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये था. जबकि, 2025-26 के लिए भारत सरकार शिक्षा पर 1.28 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है.
जीडीपी में भारत से कितना पीछे है पाकिस्तान
अगस्त 1947 में भारत और पाकिस्तान एक साथ ही आजाद हुए थे. उस समय भारत की जीडीपी 2 लाख 33 हजार करोड़ था. जो समय के साथ बढ़ती चली गई. फिलहाल भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. भारत की जीडीपी 3.94 ट्रिलियन अमेरिका डॉलर है. वो दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में काम कर रहा है. वहीं फरवरी 2024 में पाकिस्तान की जीडीपी का अनुमानित आकार 341 अरब डॉलर था. GDP के हिसाब से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दुनिया की 158वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. इस हिसाब से पाकिस्तान भारत के सामने कहीं भी नहीं ठहरता है.
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