भारत रूस से खरीद रहा 70 हजार AK- 103 राइफल्स, पाकिस्तान-चीन के बाद अब भारत को इस देश से है खतरा
इस करार को लेकर अभी तक दोनों ओर से किसी आधिकारिक तौर से जानकारी नहीं दी गई है. लेकिन सूत्रों से जानकारी मिल रही है उसके अनुसार ये सौदा कैपिटल-बजट से नहीं बल्कि सरकार के रक्षा बजट में हो रहा है.
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भारत रूस में खरीद रहा नये हथियार
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एके-103 राइफल खरीदने के लिये हुआ समझौता
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चीन पाकिस्तान के साथ तालिबान से भी खतरा
India Russia Deal: भारत रूस से 70 हजार एके-103 राइफल खरीद रहा है. आपातकालीन खरीद के प्रावधानों के तहत भारत ये हथियार रुस से खरीद रहा है. खबर है कि, ज्यादातर राइफल भारतीय वायुसेना को दी जाएंगी. बता दें, भारतीय सेना के लिए एक मेगा इन्फैंट्री आधुनिकीकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसके तहत सेना के लिए बड़े स्तर पर आधुनिक हथियार खरीदे जा रहे हैं. सेना को और सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है.
हालांकि, इस करार को लेकर अभी तक दोनों ओर से किसी आधिकारिक तौर से जानकारी नहीं दी गई है. लेकिन सूत्रों से जानकारी मिल रही है उसके अनुसार ये सौदा कैपिटल-बजट से नहीं बल्कि सरकार के रक्षा बजट में हो रहा है. बता दें, 2017 में भारतीय सेना ने भारी मात्रा में राइफल, हल्की मशीनगन और कार्बाइन खरीदने की प्रक्रिया की शुरूआत की थी.
गौरतलब है कि, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे और पाकिस्तान व चीन का उसे समर्थन के बाद भारत के लिए सुरक्षा पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो गया है. जाहिर है, 1996 में अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता को पाकिस्तान, यूएई, और सउदी अरब ने ही मान्यता दी थी. लेकिन इस बार चीन ने तालिबान की सत्ता को बिना देर किए मान्यता दे दी. साफ है चीन की मंशा तालिबान के जरिए भारत को नुक्सान पहुंचाने की है.
इसके अलावा पाकिस्तान भी लगातार भारत के खिलाफ अभियान तलाता रहता है. इस कड़ी में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे से उसे भारत को नुक्सान पहुंचाने का नया हथियार मिल गया है. ऐसे में भारत के लिए जरूरी है अपनी रक्षा प्रणाली को अधुनिक करने के साथ साथ इसे और मजबूत करे. वहीं, सीमा पर सेना अभी इंसास राइफल्स से काम चला रही है. लेकिन ये पुरानी पड़ चुकी है. ऐसे में माना जा रहा है कि अब जवानों को नयी एके-103 सिरीज की राइफलें दी जाएंगी.
Posted by: Pritish Sahay