भारत ने बालासोर में ओडिशा के तट से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एक नए संस्करण का सफल परीक्षण गुरुवार को किया. इस संबंध में रक्षा सूत्रों ने बताया कि मिसाइल नए तकनीक से लैस थी जिसका सफल परीक्षण किया गया है.
#WATCH | Today India successfully testfired a new version of the BrahMos supersonic cruise missile off the coast of Odisha in Balasore. The missile was equipped with new technological developments which were successfully proven
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— ANI (@ANI) January 20, 2022
भारत ने गुर.वार को ओडिशा के तट से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ का सफल परीक्षण किया. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक सूत्र ने बताया कि बेहतर नियंत्रण प्रणाली सहित अन्य नई तकनीकों से लैस इस मिसाइल को सुबह लगभग 10.45 बजे चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज के लॉन्च पैड-3 से प्रक्षेपित किया गया. सूत्र ने बताया कि परीक्षण के विस्तृत डाटा का विश्लेषण किया जा रहा है.
आपको बता दें कि इससे पहले 11 जनवरी को भारत ने आधुनिक सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के एक नये संस्करण का परीक्षण किया था. इसे भारतीय नौसेना के गुप्त तरीके से निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत से सफल परीक्षण-प्रक्षेपण किया था. इसे लेकर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कहा था कि मिसाइल ने सटीक तरीके से निर्धारित लक्ष्य पर निशाना साधा. समझा जाता है कि इस मिसाइल में 290 किलोमीटर की मूल क्षमता की तुलना में 350 से 400 किलोमीटर तक प्रहार करने की अधिक क्षमता है.
डीआरडीओ ने ट्वीट किया था कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के समुद्र से समुद्र में प्रहार करने वाले आधुनिक संस्करण का आईएनएस विशाखापत्तनम से परीक्षण किया गया. मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य पर सटीक तरीके से निशाना साधा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि मिसाइल के सफल प्रक्षेपण से भारतीय नौसेना की ‘मिशन संबंधी तैयारियों’ की दृढ़ता स्पष्ट हुई है. उन्होंने ट्वीट कर भारतीय नौसेना और डीआरडीओ को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी थी.
आपको बता दें कि भारत-रूस का संयुक्त उपक्रम ‘ब्रह्मोस एयरोस्पेस’ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का उत्पादन करता है जिन्हें पनडुब्बियों, जलपोतों, विमान या भूतल पर स्थित प्लेटफॉर्मों से प्रक्षेपित किया जा सकता है. ब्रह्मोस मिसाइल 2.8 मैक या ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना रफ्तार से प्रक्षेपित हो सकती हैं. भारत ने रणनीतिक महत्व वाले अनेक स्थानों पर बड़ी संख्या में मूल ब्रह्मोस मिसाइलों आदि को तैनात कर रखा है.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar