भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच व्यापार के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है. दोनों देशों के केंद्रीय बैंकों के बीच रुपये और दिरहम में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बातचीत जारी है, और काफी तेजी से आगे बढ़ रही है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज यानी सोमवार को यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि दोनों देशों के इस कदम से द्विपक्षीय व्यापार में लेनदेन की लागत घटेगी.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते की संयुक्त समिति की पहली बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि रुपये-दिरहम में व्यापार के लिए बातचीत तेज गति से आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय की ओर से इसका काफी समर्थन किया जा रहा है.
अच्छे नतीजों की कर सकते हैं उम्मीद
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देशों के शीर्ष नेता तेजी से निर्णय लेने वाले हैं. ऐसे में हम जल्द अच्छे नतीजों की उम्मीद कर सकते हैं. भारत और यूएई के बीच मुक्त व्यापार करार (FTA, एफटीए) पिछले साल मई से लागू हुआ था. एफटीए से द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूती मिलेगी.हालांकि रुपया-दिरहम पर आधारित व्यापार तंत्र को कब तक अंतिम रूप दिया जाएगा, इसपर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कोई समय सीमा का जिक्र नहीं किया है.पीयूष गोयल ने कहा कि इसको लेकर अभी सिर्फ इतना कह सकता हूं कि हम जल्द ही अच्छे परिणाम की कल्पना कर सकते हैं.
केन्द्रीय बैंकों के बीच जारी है वार्ता
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक और यूएई का केन्द्रीय बैंक मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) और तौर-तरीकों पर बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह बातचीत मार्च 2022 में शुरू हुई थी और अब इसे एक साल से ज्यादा हो गया है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने इस बारे में उल्लेखनीय प्रगति की है.