Omicron Virus जाने-माने वॉयरोलॉजिस्ट (Virologist) डॉ शाहिद जमील ने दावा किया है कि बहुत बड़ी संख्या में भारतीयों के ओमीक्रोन या कोरोना वायरस के किसी अन्य वेरिएंट (Other Variant of Covid-19) से सुरक्षित रहने की संभावना है और इसको लेकर घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टिया (INASACOG) के सलाहकार समूह के पूर्व प्रमुख शाहिद जमील ने कहा कि हालांकि, लोगों को सतर्क रहना चाहिए और संक्रमण से बचाव के लिए मास्क जरूर पहनना चाहिए. शाहिद जमील ने कहा कि हमें सतर्क रहना चाहिए, लेकिन घबराने जैसे कोई बात नहीं है.
शाहिद जमील ने कहा कि भारत में डेल्टा स्वरूप के कारण जो दूसरी लहर आई थी, वह बहुत भयावह थी. हमने जितना सोचा था, उससे अधिक लोग संक्रमित हुए थे. उन्होंने कहा कि चौथे राष्ट्रीय सीरो-सर्वेक्षण में यह पाया गया कि 67 फीसदी भारतीयों में कोविड एंटीबॉडीज दिखीं. इससे साफ होता है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान करीब 93-94 करोड़ लोग संक्रमित हुए थे. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उस दौरान जब टीकाकरण का स्तर बहुत कम था और इस कारण यह मुख्य रूप से संक्रमण के कारण मिली एंडीबॉडीज थी.
भारत के प्रमुख वॉयरोलॉजिस्ट डॉ शाहिद जमील जमील ने कहा कि हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 97 फीसदी, मुंबई में करीब 85-90 फीसदी और कई स्थानों पर इसी तरह लोगों में एंडीबॉडीज दिखी. मतलब साफ है कि भारतीयों की बड़ी आबादी ओमीक्रोन या किसी अन्य स्वरूप से होने वाली गंभीर बीमारी से सुरक्षित रहेगी. उन्होंने कहा कि हम हमारे पास टीके भी पर्याप्त मात्रा में हैं और टीके लगाने में सक्षम हैं.
शाहिद जमील ने कहा कि कोविशील्ड वैक्सीन की दो खुराकों के बीच की के अंतर को 16 हफ्तों से घटाकर बारह हफ्ते करने से मदद मिल सकती है. उन्होंने कहा कि नए स्वरूप के खिलाफ कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज मदद करते हैं. लेकिन पहली और दूसरी खुराक के साथ अधिक लोगों को टीका लगवाना बेहद अहम है.
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