लद्दाख में LAC पर ‘चूं’ भी नहीं कर पाएगा चीन, एक हरकत पर धड़ाक से पहुंच जाएगी भारत की सेना
भारत की उत्तरी सीमा पर लद्दाख में एलएसी से सटे गांवों में चीन की ओर से मोबाइल टावर लगाए जाने की खबरों के बीच राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने लद्दाख में चीन की सीमा तक सड़क के निर्माण की हरी झंडी दे दी है.
नई दिल्ली : अपनी विस्तारवादी नीति के तहत चीन भारत की सीमाओं पर कई बरसों से नजर गड़ाए बैठा है. भारत की सीमा के अंदर सेना की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए उसने उत्तर-पूर्व के अरुणाचल प्रदेश और उत्तरी भाग में लद्दाख में नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपने क्षेत्र में गांव तक बसाने के साथ मोबाइल टावर तक लगा लिए हैं, लेकिन उसकी नापाक निगाहों के मद्देनजर भारत की ओर से ऐसे तगड़े इंतजामात किए जा रहे हैं कि अब लद्दाख में एलएसी पर चीन ‘चूं’ भी नहीं कर पाएगा. दिलचस्प यह है कि लद्दाख में उसकी ओर से एक छोटी सी भी हरकत की गई, तो भारतीय सेना की टुकड़ी धड़ाक से उस स्थान पर पहुंच जाएगी.
लद्दाख में सासेर ला और सासेर ब्रंग्सा को जोड़ने के लिए सड़क निर्माण
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की उत्तरी सीमा पर एलएसी से सटे गांवों में चीन की ओर से मोबाइल टावर लगाए जाने की खबरों के बीच राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने लद्दाख में चीन की सीमा तक सड़क के निर्माण की हरी झंडी दे दी है. इस सड़क के निर्माण के बाद लद्दाख के सासेर ला और सासेर ब्रंग्सा आपस में जुड़ जाएंगे. रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि भारत की ओर से बनाई जाने वाली इस सड़क का दौलत बेग ओल्डी हाईवे के लिए वैकल्पिक मार्ग के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.
काराकोरम वन्यजीव अभयारण्य से होकर गुजरेगी सड़क
मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि लद्दाख की सीमा तक पहुंच बनाने के लिए भारत की ओर से बनाई जाने वाली सामरिक और रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण यह सड़क काराकोरम वन्यजीव अभयारण्य से होकर गुजरेगी. तकरीबन 55 हेक्टेयर वाले इस अभयारण्य में वन्यजीवों की रक्षा करते हुए सड़क का निर्माण किया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने 25 मार्च को सड़क निर्माण के लिए इस शर्त पर मंजूरी दी है कि सालाना अनुपालन रिपोर्ट जमा की जाएगी.
सामरिक और रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण होगी नई सड़क
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सड़क लद्दाख के सासेर ला के पास ऑल वेदर टनल कनेक्टिविटी के लिए महत्वपूर्ण है. नया रोड दौलत बेग ओल्डी के पास ही है, जो 2020 से जारी भारत-चीन सीमा विवाद के प्रमुख कारणों में से एक रहा है. यह चीन सीमा के काफी करीब है. रिपोर्ट के अनुसार, नई सड़क के बन जाने से भारतीय सेना को एक और वैकल्पिक सड़क का रास्ता मिला जाएगा, जिससे सैन्य रसद पहुंचाने में और आसानी होगी और यह सामरिक और रणनीतिक तौर पर काफी महत्वपूर्ण होगी.