Indian Air Force Day 2022: समारोह में शामिल होंगी राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री, जानिए पूरा शेड्यूल
इसके बाद IAF कलर्स की मार्चिंग इन होगी. इसके बाद पश्चिमी वायु कमान के AOC-IN-C का आगमन होता है. फिर वायुसेनाध्यक्ष विवेक राम चौधरी पहुंचें. बता दें कि आज ही वायु सेना कर्मियों के लिए नई लड़ाकू वर्दी का अनावरण किया जाएगा. ALH Mk IV के रुद्र गठन जैसे कई मनोरम फ्लाईपास्ट का आयोजन होंगे.
Indian Air Force Day 2022: भारतीय वायु सेना शनिवार 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस पर 90 साल की उत्कृष्टता का जश्न मना रही है. भारतीय वायु सेना दिवस समारोह चंडीगढ़ में सुखना झील के पास होगा. समारोह सुबह नौ बजे बैंड मार्च और परेड दल के साथ शुरू हो गया है. बता दें कि यह कार्यक्रम चंडीगढ़ एयरबेस में आयोजित किया गया है. फ्लाईपास्ट का कार्यक्रम एयरबेस के बाहर सुखना लेक पर होगा जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे.
नई लड़ाकू वर्दी का किया जाएगा अनावरण
इसके बाद IAF कलर्स की मार्चिंग इन होगी. इसके बाद पश्चिमी वायु कमान के AOC-IN-C का आगमन होता है. फिर वायुसेनाध्यक्ष विवेक राम चौधरी पहुंचें. बता दें कि आज ही वायु सेना कर्मियों के लिए नई लड़ाकू वर्दी का अनावरण किया जाएगा. ALH Mk IV के रुद्र गठन जैसे कई मनोरम फ्लाईपास्ट का आयोजन होंगे. इसके बाद वायु सेना प्रमुख और फिर राष्ट्रगान में भाषण होगा.
समारोह में किए गए कई तरह के बदलाव
इसके बाद रंग मार्च-ऑफ परेड होगी. कम समय में वाहन के निराकरण और पुन: संयोजन की यांत्रिक परिवहन टीम द्वारा एक प्रदर्शन भी किया जाएगा. इसके बाद एयर वॉरियर ड्रिल टीम द्वारा प्रदर्शन किया जाता है. बता दें कि पहली बार कई तरह के बदलाव किए गए है. हर बार दिल्ली से सटे इंडियन एयरबेस पर फ्लाईपास्ट का आयोजन किया जाता था, लेकिन इस बार इसका आयोजन एयरबेस से बाहर चंडीगढ़ के सुखना लेक में मनाया जाएगा.
फ्लाईपास्ट का कार्यक्रम में राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री
बता दें कि एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी का सम्बोधन होना है. और वीरता मेडल भी दिया जाएगा. बता दें कि लगभग 1 बजे राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री इस एयरबेस पर पहुंचेंगे जहां से सीधे फ्लाईपास्ट के लिए उन्हें ले जाया जाएगा. बता दें कि फ्लाईपास्ट का कार्यक्रम 2.45 मिनट से 4.44 मिनट तक चलने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि एयरबेस से बाहर कार्यक्रम करने का उद्देशय देश और पड़ोसी देशों को वायुसेना की ताकत दिखाना है.