भारतीय सेना ने बीते सोमवार को भारतीय सीमा में प्रवेश कर चुके एक चीनी सैनिक को पकड़ा था इस चीनी सैनिक के पास क्या- क्या था इसे लेकर अब खुलासा हुआ है समाचार एजेंसी एएनआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि चीनी सैनिक के पास पास स्लीपिंग बैग, स्टोरेज डिवाइस और एक मोबाइल फोन था. इसके साथ ही उसके पास चीनी सेना का पहचान पत्र भी था जिस पर उसका नाम और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में होने की जानकारी थी.
क्या – क्या था चीनी सैनिक के पास
सेना के जवानों ने उसके पास से पात्र स्टोरेज डिवाइस की जांच भी की थी. स्टोरेज डिवाइस पूरी तरह खाली था. चीनी सैनिक से पूछताछ भी की गयी थी . चीनी सेना का दावा था कि सैनिक किसी चरवाहे को रास्ता दिखाते- दिखाते खुद भटक गया था. भारतीय सेना ने चीनी सेना के इस दावे को मानने से इनकार कर दिया था. चीनी सैनिक से पूछताछ और पूरी तलाशी लेने के बाद उसे छोड़ दिया गया था. चीन ने भारतीय सेना के इस कदम की सराहना की थी.
भारतीय सेना ने चीनी सैनिक को भेज दिया वापस
चीनी सैनिक का नाम कॉरपोरल वांग था. उसे पकड़े जाने के बाद उसके सेहत की भी जांच की गयी थी. उसे गर्म कपड़े और खाना भी दिया गया. भारतीय सेना ने 21 अक्टूबर 2020 को तड़के चीन को सौंप दिया था. भारतीय सेना ने इस संबंध में एक आधिकारिक बयान जारी किया था जिसमें उन्होंने बताया है कि भारतीय सीमा पर चीन का सैनिक पकड़ा गया है. पीएलए के सैनिक की पहचान कॉर्पोरल वांग या लॉन्ग के रूप में की गयी है. उसे कठोर जलवायु परिस्थितियों से बचाने के लिए चिकित्सा सहायता, भोजन और गर्म कपड़े दिये गये हैं.
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कम नहीं हो रहा है तनाव
भारत और चीन के बीद सीमा को लेकर अब भी लगातार तनाव है. भारत ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है कि यह तनाव कम हो. अब उम्मीद जतायी जा रही है कि दोनों ही देशों के बीच सैन्य-कूटनीतिक वार्ता अगले सप्ताह आयोजित की जा सकती है. यह बैठक का आठवां दौर होगा. यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सर्दियां आने वाली है. दोनों ही देशों की सेनाएं 1,597 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शीतकालीन तैनाती के लिए तैयार हैं.
दोनों ही देशों ने लद्दाख सीमा विवाद को लेकर बातचीत के विकल्प को खुला रखा है. इससे पहले भी सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत हो चुकी है. बातचीत का उद्देश्य किसी भी प्रकार के अक्रामक स्थिति को रोकना है. हालांकि चीनी पक्ष ने यह प्रस्ताव दिया है कि दोनों ही तरफ से सीमा पर सेना की तैनाती कम की जाये. पर भारत इसके लिए तैयार नहीं है क्योंकि इसका फायदा फिर चीन उठा सकता है.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak