नई दिल्ली : मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़कने की खबर है. मीडिया की खबरों में कहा जा रहा है कि पहले ही हिंसा के बाद जो लोग अपने-अपने घर छोड़कर पलायन कर चुके हैं, उपद्रवियों ने उन घरों में आग लगा दी है. उधर, भारतीय सेना ने सोमवार को कहा कि हिंसाग्रस्त मणिपुर के इंफाल के बाहरी इलाके में संभावित आपसी संघर्ष के इनपुट के बाद संवेदनशील इलाकों में सेना और असम राइफल्स के जवानों को तैनात कर दिया गया. उसने कहा कि फिलहाल इंफाल के बाहरी इलाकों में स्थिति नियंत्रण में है. इस दौरान करीब तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. उनके पास से दो हथियार भी बरामद किए गए हैं. उसने कहा कि स्थिति शांतिपूर्ण है.
उपद्रवियों ने खाली घरों में लगाई आग
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पहाड़ी राज्य मणिपुर में सोमवार को हिंसा एक बार फिर भड़क गई. इस दौरान उपद्रवियों ने उन घरों में आग लगा दी है, जो अपने-अपने घरों को छोड़कर पड़ोसी राज्यों में शरण लिये हुए हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के अनुसार, उपद्रवियों ने न्यू लैंबुलेन इलाके में पलायन करने वाले परिवारों के खाली घरों में आग लगा दी. वहीं, समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि आगजनी के कारण कोई हताहत नहीं हुआ है.
मौके पर सेना के जवान तैनात
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, उपद्रवियों की ओर से खाली घरों में आग लगाए जाने के बाद सेना और असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि घटनास्थल पर पहुंचे सेना के जवानों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया और आंसूगैस के गोले दागे. हालांकि, इस दौरान कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आईं. स्थानीय लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर घटना का विरोध किया.
इंफाल में फिर लगा कर्फ्यू
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मणिपुर में हिंसा और उपद्रव की घटना के बाद मणिपुर के पूर्वी जिले इंफाल में एक बार फिर कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके साथ ही, सेना और पुलिस के जवानों की गश्त बढ़ा दी गई है और नियमों को कड़ा कर दिया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कुकी छात्र संगठन (केएसओ) की दिल्ली इकाई ने दावा किया है कि इंफाल के चास्सड एवेन्यू में एक आईसीआई चर्च को मीतेई समुदाय के लोगों की ओर से निशाना बनाया गया है और उसे जला दिया गया.