भारतीय तटरक्षक (Indian Coast Guard) ने 81 रोहिंग्या को अंडमान सागर में डूबने से बचा लिया. भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय तटरक्षक ने अंडमान सागर से डूब रहे 81 रोहिंग्या को बचाया वहीं इसमें आठ रोहिंग्या की मौत हो गई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने रेस्क्यू की खबर देते हुए कहा कि हालांकि उन्हें भारत में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई.
भारतीय अधिकारियों के अनुसार बचे हुए लोगों में से कई बीमार थे और अत्यधिक डीहाइड्रेशन से पीड़ित थे. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी ने इस हफ्ते की शुरुआत में लापता नाव को लेकर अलर्ट किया था. बता दें कि ये नाव बांग्लादेश के कॉक्स बाजार से 11 फरवरी को रवाना हुई थी. कॉक्स के बाजार से निकलने के चार दिन बाद नाव का इंजन फेल होने के बाद भोजन और पानी की कमी से जूझने लगे.
इंजन के फेल होने के बाद से नाव समुद्र में बहती जा रही थी. गंभीर परिस्थितियों के कारण उस नाव में बैठे आठ लोगों की मौत हो गई और 15 फरवरी से एक शख्स लापता है. मालूम हो कि बांग्लादेश में म्यांमार से भागे सैकड़ों रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए शरणार्थी शिविर स्थापित किए गए हैं. भारत सरकार उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश के साथ चर्चा कर रही है. बता दें कि शरणार्थियों में 23 बच्चे शामिल थे. बच्चों सहित लगभग 90 शरणार्थियों ने बेहतर जीवन की तलाश में नौका में सवार होकर यात्रा शुरू की थी. भारत ने कहा कियह एक मानवीय संकट है और हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि हम उनके जीवन को बचा सकें.