Indian railway: और एयरबस मिलकर एविएशन क्षेत्र में विकास और रिसर्च को देंगे बढ़ावा
Indian railway: रेलवे की गति शक्ति विश्वविद्यालय और एयरबस कंपनी देश के एविएशन क्षेत्र में मिलकर काम करने का समझौता किया गया. समझौते के तहत विश्वविद्यालय के 40 छात्रों को पूरे प्रोग्राम के लिए स्कॉलरशिप, सेंटर फॉर एक्सीलेंस के अलावा एयरबस एविएशन चेयर प्रोफेसर का पद सृजित किया जायेगा.
Indian railway: और एयरबस मिलकर एयरोस्पेस और रिसर्च के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे. इस बाबत रेलवे की गति शक्ति विश्वविद्यालय और एयरबस कंपनी देश के एविएशन क्षेत्र में मिलकर काम करने का समझौता किया गया. समझौते के तहत विश्वविद्यालय के 40 छात्रों को पूरे प्रोग्राम के लिए स्कॉलरशिप, सेंटर फॉर एक्सीलेंस के अलावा एयरबस एविएशन चेयर प्रोफेसर का पद सृजित किया जायेगा. साथ ही दोनों मिलकर काम करने वाले पेशेवरों के लिए एविएशन क्षेत्र में ट्रेनिंग प्रोग्राम का भी संचालन करेंगे. शुक्रवार को रेल भवन में भारत एवं दक्षिण एशिया के एयरबस प्रमुख रेमी मैलोर्ड और गति शक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मनोज चौधरी के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किया गया. इस दौरान रेल एवं सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू, रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के अलावा रेलवे बोर्ड की चेयरमैन एवं सीईओ जया वर्मा सिन्हा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
सरकार कर रही है कोशिश
इस मौके पर रेल एवं सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एमओयू को जमीन पर उतारने का काम किया गया है. सरकार जो भी वादा करती है, उसे पूरा करने का प्रयास किया जाता है. देश के एविएशन, हाईवे, रेल, रोड, परिवहन सभी क्षेत्र का विकास एक साथ होना चाहिए और सरकार इस दिशा में काम कर रही है. गति शक्ति विश्वविद्यालय की स्थापना का मकसद परिवहन के सभी क्षेत्रों के विकास को ध्यान में रखते हुए किया गया है. पहले रेलवे, फिर मैन्युफैक्चरिंग और अब सिविल एविएशन के विकास को लेकर काम किया जा रहा है. केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि यह खुशी की बात है कि एयरबस के साथ समझौता किया गया है. पिछले 10 साल में देश में एयरपोर्ट की संख्या 74 से बढ़कर 157 हो गयी है. उड़ान योजना के तहत छोटे शहरों को भी हवाई क्षेत्र से जोड़ा गया है.