रेलवे (Indian railways) किसी भी जिले से श्रमिक विशेष ट्रेनें (special train) चलाने को तैयार है. यह बात केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल (piyush goel) ने कही है. उन्होंने कहा है कि रेलवे देश के किसी भी जिले से श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाने के लिये तैयार है. इस बाबत जिला कलेक्टरों से कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते उनके क्षेत्रों में फंसे प्रवासी कामगारों की सूची तैयार करने के लिये कहा गया है.
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गोयल ने कहा कि जिला कलेक्टरों को राज्य के नोडल अधिकारियों के साथ-साथ रेलवे द्वारा चयनित नोडल अधिकारियों के साथ तालमेल बनाना होगा. रेल मंत्री ने कहा कि प्रवासी कामगारों को राहत मुहैया कराने के लिये भारतीय रेलवे देश के किसी भी जिले से श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाने के लिये तैयार है. जिला कलेक्टरों को फंसे हुए श्रमिकों और उनके गंतव्यों की सूची बनाकर राज्य के नोडल अधिकारी के जरिये आवेदन करना होगा. इसके अलावा जिला कलेक्टरों को रेलवे के राज्य नोडल अधिकारियों को श्रमिकों और गंतव्यों की सूची देनी होगी.
आपको बता दें कि गोयल बीते कुछ दिनों से राज्य सरकारों से प्रवासियों को उनके घर ले जाने वाली ट्रेनों को मंजूरी देने की अपील कर रहे हैं. यह अपील विशेषकर झारखंड, राजस्थान और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से की गई है.
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पंजाब में फंसे प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए अगले 10 दिन में करीब 200 रेलगाड़ियों का परिचालन किया जाएगा. यह जानकारी शनिवार को अधिकारी ने दी. अधिकारी ने बताया कि अब तक 150 विशेष रेलगाड़ियों से करीब एक लाख 80 हजार प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्यों में भेजा गया है. नोडल अधिकारी विकास प्रताप सिंह ने आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि 150 विशेष रेलगाड़ियों के जरिये करीब एक लाख 80 हजार प्रवासी कामगारों को उनके गृह प्रदेश पहुंचाने के बाद पंजाब ने घर जाने के इच्छुक प्रवासियों के लिए सुनिश्चित किया है कि वे बिना किसी परेशानी के अपने परिवारों तक जा सके. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कामगारों को राहत पहुंचाने के लिए लगातार कार्य कर रही है. अबतक इस कोशिश में राज्य सरकार ने 10 करोड़ रुपये व्यय किए हैं. नोडल अधिकारी विकास प्रताप सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार ने अगले 10 दिनों में 200 रेलगाड़ियों से प्रवासी मजदूरों को पहुंचाने की योजना बनाई है और भविष्य में यह संख्या बढ़ाई जाएगी.