नयी दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी के बीच रेलगाड़ी से यात्रा करने की लोगों की मांग बढ़ी है. रेलवे ने सोमवार को बताया कि वर्तमान में 736 विशेष रेलगाड़ियां चल रही हैं जिनमें 327 रेलगाड़ियों में यात्री प्रतीक्षा श्रेणी में हैं, जो दर्शाता है कि यात्रा के लिए मांग में बढ़ोतरी हुई है.
रेलवे की तरफ से उपलब्ध कराए गए आंकड़े के मुताबिक इन विशेष रेलगाड़ियों में औसत ग्राह्यता करीब 92 फीसदी है. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वी. के. यादव ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम इन 327 रेलगाड़ियों की रोजाना निगरानी करते हैं. हम प्रतीक्षा श्रेणी की प्रकृति निर्धारित करते ही इन मार्गों पर क्लोन रेलगाड़ियां चलाएंगे.” उन्होंने कहा, ‘‘हम कहते रहे हैं कि जहां जरूरी है हम रेलगाड़ी चलाएंगे, लेकिन वे केवल आरक्षित रेलगाड़ियां होंगी और उसमें कोरोना वायरस के सभी प्रोटोकॉल का पालन होगा.”
रेलवे ने मार्च में कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के बाद से सभी यात्री रेलगाड़ी सेवाएं स्थगित कर दी थीं लेकिन विशेष रेलगाड़ियां चलाकर इसने 3322 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं जो पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान अर्जित राजस्व से 90 फीसदी कम हैं.
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गौरतलब है कि रेलवे ने त्योहारी सीजन खासकर दिवाली और छठ को देखते हुए कई स्पेशल ट्रेन चलायी है. छठ के मौके पर ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाती है, यही कारण है कि वेटिंग लिस्ट में वृद्धि दिखायी पड़ रही है. जैसे ही रेलवे को लगेगा कि अब यहां क्लोन ट्रेन चलाना चाहिए, रेलवे इसकी अनुमति दे देगा. इससे यात्रियों को छठ और दिवाली के मौैके पर घर आने-जाने में परेशानी नहीं होगी.
Posted By : Rajneesh Anand