ट्रेन का सफर अब ज्यादा आरामदायक, ज्यादा मनोरंजक और पहले से ज्यादा आपका ध्यान रखने वाली होगी. ऐसा इसलिए है क्योंकि रेलवे मंत्रालय ने कुछ तस्वीरें जारी कर यह जानकारी दी है. इन तस्वीरों से साफ लगता है तेजस और बेहतर सुविधाओं के साथ आ रहा है.
इन ट्रेनों में बायो-वैक्यूम टॉयलेट सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है. जिससे स्वच्छता तो बढ़ेगी साथ ही पानी भी बचेगा. टॉयलेट में टचलेस फिटिंग्स, जेल कोटेड शेल्फ, नए डिजाइन के डस्टबिन और लाइटिंग का इस्तेमाल किया गया है. रेलवे मंत्रालय तेजस स्लीपर टाइप ट्रेनों के लिए 500 यूनिट कोच बनाने की योजना भी बना रहा है. इसका निर्माण Integral Coach Factory (ICF) और Modern Coach Factory (MCF) में होगा .
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पैसेंजर अनाउंसमेंट/पैसेंजर इंफॉर्मेश सिस्टम (PA/PIS) जैसे स्मार्ट फीचर्स सभी कोच में होंगे. इसमें डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड, CCTV नाइट विजन के साथ इंस्टॉल होंगे, जो रात में भी लोगों के चेहरे पहचान लेगा. लोगों को स्वच्छ हवा मिले इसके लिए एयर क्वालिटी मापने का सिस्टम भी लगा है. इसमें इमरजेंस टॉकबैक सिस्टम भी है.
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आधुनिक तेजस स्लीपर टाइप ट्रेन की शुरुआत के साथ, भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए यात्रा के अनुभव में एक बड़ा बदलाव कर रहा है. स्लीपर टाइप तेजस ट्रेनों की शुरुआत के साथ ट्रेन यात्रा के अनुभव का एक नया युग शुरू किया जा रहा है.
सेंट्रलाइज्ड होंगे जिसका कंट्रोल गार्ड के पास होगा. ट्रेन तबतक शुरू नहीं होगी जबतक सभी दरवाजे बंद न हों. सभी कोच ऑटोमैटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम से लैस होंगे.