Indian Railways News: दिल्ली से नहीं चलेंगी श्रमिक स्पेशल ट्रेन, जानें क्यों लिया गया ये बड़ा फैसला
भारतीय रेल (Indian Railways) ने दिल्ली से चलाई जा रहीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों (Shramik Special train) का संचालन बंद कर दिया है. यह ट्रेन प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्य या गृह जनपद पहुंचाने के लिए चलाया गया था जिसका लाभ हजारों लोगों ने उठाया.
भारतीय रेल (Indian Railways) ने दिल्ली से चलाई जा रहीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों (Shramik Special train) का संचालन बंद कर दिया है. यह ट्रेन प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्य या गृह जनपद पहुंचाने के लिए चलाया गया था जिसका लाभ हजारों लोगों ने उठाया. दिल्ली सरकार की तरफ से और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग नहीं किए जाने के आलोक में राष्ट्रीय राजधानी से इन ट्रेनों का परिचालन समाप्त कर दिया गया है.
अधिकारियों ने मामले को लेकर कहा कि ट्रेन चलाने के लिए पुनः अनुरोध प्राप्त होने पर परिचालन दोबारा शुरू किया जाएगा. रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली सरकार से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग नहीं प्राप्त हुई है. दिल्ली के रेलवे स्टेशनों से कोई प्रवासी ट्रेन नहीं चल रही है. हालांकि गुड़गांव से ओडिशा के बालासोर के लिए एक ट्रेन रवाना होनी है.
यहां आपको बताते चलें कि दिल्ली से अंतिम ट्रेन 31 मई को चली थी. दिल्ली में फंसे प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए रेलवे एक मई से अब तक 242 ट्रेन चला चुका है.
राज्यों ने 256 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें रद्द कीं
इधर, श्रमिक विशेष ट्रेनों का परिचालन समापन की ओर बढ़ने के बीच रेलवे की ओर से जारी आंकड़े से पता चलता है कि एक मई से इस रविवार तक ऐसी 4040 ट्रेन चलायी गईं और राज्यों द्वारा 256 रेलगाड़ियां रद्द की गयीं. ऐसा करने वालों में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक एवं उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहे. आंकड़े के अनुसार, महाराष्ट्र ने एक मई से अब तक 105 ट्रेनें रद्द कीं. रेल मंत्री पीयूष गोयल महाराष्ट्र द्वारा ट्रेनें मांगने और उनका इस्तेमाल नहीं करने को बहुत मुखर रहे हैं.
Also Read: गर्भवती हथिनी की मौत पर भड़का देश में गुस्सा, मेनका गांधी, रतन टाटा, कोहली सहित कई लोगों ने ट्वीट कर की निंदा
सर्वाधिक ट्रेनें गुजरात से ही चलीं
आंकड़े के अनुसार, गुजरात ने 47 ट्रेन, कर्नाटक ने 38 ट्रेन तथा उत्तर प्रदेश ने 30 ट्रेन रद्द कीं. वैसे सर्वाधिक ट्रेनें गुजरात से ही चलीं. अधिकारियों ने संकेत दिया कि ज्यादातर ट्रेनें, भेजने वाले और उनके गंतव्य वाले राज्यों के बीच तालमेल के अभाव के कारण रद्द हुईं. एक अधिकारी ने कहा कि हम बिना उपयुक्त प्रोटोकॉल के ट्रेनें नहीं चला सकते. कई ऐसे मामले सामने आये जहां भेजने वाले राज्यों ने हमें ट्रेनों में सवार होने को तैयार यात्रियों की सूची उपलब्ध नहीं करायी, इसलिए उन्हें रद्द करना पड़ा. दोनों तरह के राज्यों के बीच समन्वय के अभाव के कारण ट्रेनें रद्द हुईं. भारतीय रेल से जुड़ी हर Hindi News से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
Posted By : Amitabh Kumar