नयी दिल्ली : पूर्वी लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर सर्दियों में भी भारतीय सैनिक तैनात रहेंगे. चीन की तैयारियों के बाद भारत ने भी एलएसी की निगरानी के लिए सर्दियों में तैनात सैनिकों की परिचालन क्षमता सुनिश्चित करने को लेकर सेना ने सेक्टर में तैनात सभी सैनिकों के लिए आवास सुविधाएं की पूरी तैयारी कर ली है.
#WATCH Eastern Ladakh: In order to ensure operational efficiency of troops deployed in winters, Indian Army has completed establishment of habitat facilities for all troops deployed in the sector. pic.twitter.com/H6Sm5VG541
— ANI (@ANI) November 18, 2020
मालूम हो कि लद्दाख सेक्टर में सर्दियों के मौसम में तापमान में भारी गिरावट आ जाती है. भारतीय सेना की मौजूदगी वाले ज्यादा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर सर्दियों में तापमान माइनस 40 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है.
भारतीय सेना ने इस बार तैनात सैनिकों को लेकर बड़ी तैयारी कर ली है. भारतीय सेना की ओर से जारी एक वीडियो में बताया गया है कि सैनिकों के लिए गर्म बिस्तर, अलमारी और हीटरों की व्यवस्था की गयी है.
गर्म बिस्तरों के साथ-साथ लिविंग रूम में बंक बेड की व्यवस्था की गयी है. सर्दियों में तैनात सैनिकों के लिए गर्म टेंट की व्यवस्था की गयी है. इन सैनिक कैंपों में बिजली, गर्म पानी, हीटिंग की सुविधा के साथ-साथ स्वास्थ्य और स्वच्छता का भी ध्यान रखा गया है.
मालूम हो कि करीब एक माह पहले चीन की मीडिया से जुड़े एक अधिकारी ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा करते हुए बताया था कि सर्दियों के मौसम को देखते हुए चीन ने तैयारी की है. चीनी सैनिकों के लिए गर्म टेंटों, सोलर पावर, गर्म पानी आदि सुविधा मुहैया कराये जाने की बात कही थी.
Winter is coming. Removable self-heating barracks equipped to #China’s #PLA frontline troops under Xinjiang & Xizang (Tibet) command.
Solar & wind power, 24 hours hot water, shower facilities, canteens and many others equipped. pic.twitter.com/fUyKBmguCf— Shen Shiwei 沈诗伟 (@shen_shiwei) October 10, 2020
गौरतलब हो कि पिछले कुछ माह से पूर्वी लद्दाख में एलएसी की सीमा पर चीन के साथ भारत का विवाद चर्चा में है. इसी साल जून माह में गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ भारतीय सैनिकों की हिंसक झड़प हो गयी थी. इसमें 20 भारतीय जवानों की जानें चली गयी थीं. वहीं, चीनी सेना को भी काफी नुकसान होने की खबर भी आयी थी.
एलएसी पर विवाद के बाद दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर की लंबी बातचीत के बाद दोनों देशों ने सीमा पर सैनिकों को चरणबद्ध तरीके से पीछे हटने की बात कही है. हालांकि, अभी तक दोनों देशों के सैनिक सीमा पर डटे हैं. उम्मीद जतायी जा रही है कि जल्द ही दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों बीच वार्ता हो सकती है.