इंडोनेशिया की नजर ब्रह्मोस मिसाइल पर, जानें कहां तक पहुंची डील?
Brahmos Missile: गणतंत्र दिवस समारोह 2025 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में नई दिल्ली पहुंचे थे. इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और बढ़ाने पर चर्चा की गई.
Brahmos Missile: इंडोनेशियाई सेना ने भारत की विमान और मिसाइल निर्माण क्षमताओं में विशेष रुचि दिखाई है, खासतौर पर ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल को लेकर. रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में जकार्ता से आए वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने भारतीय रक्षा विशेषज्ञों के साथ बैठक के दौरान इस विषय पर चर्चा की. भारत उन चुनिंदा देशों में से एक है, जो उन्नत एयरक्राफ्ट और मिसाइल बनाने की क्षमता रखते हैं. दोनों देशों के बीच लंबे समय से मजबूत और सौहार्दपूर्ण संबंध हैं.
इसे भी पढ़ें: ट्रेन में टॉयलेट के पानी से बनाई चाय? देखें वीडियो
गणतंत्र दिवस समारोह 2025 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में नई दिल्ली पहुंचे थे. इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और बढ़ाने पर चर्चा की गई. भारतीय रक्षा अधिकारियों ने बताया कि अब शिप निर्माण के क्षेत्र में भी जकार्ता के साथ साझेदारी को मजबूत किया जा रहा है. इसके अलावा, दोनों देश ब्रह्मोस मिसाइल डील को लेकर भी बातचीत आगे बढ़ा रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार, इंडोनेशियाई सेना के मेजर जनरल यूनिआंतो की अगुवाई में एक दल ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस का दौरा किया था. वहां सैन्य सहयोग और मिसाइल तकनीक को लेकर गहन चर्चा हुई थी. हालांकि, इस संभावित समझौते के लिए रूस की अनुमति आवश्यक होगी, क्योंकि ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली में रूस का तकनीकी सहयोग शामिल है.
इसे भी पढ़ें: गली गली में शोर है खालिस्तान चोर है, खालिस्तानियों को उन्हीं के भाषा में जवाब, देखें वीडियो
भारत पहले ही फिलीपीन्स को ब्रह्मोस मिसाइल बेच चुका है और 335 मिलियन डॉलर का ऑर्डर पूरा किया है. वियतनाम, मलेशिया और मध्य पूर्व के कई देशों ने भी इस मिसाइल में रुचि दिखाई है. विशेषज्ञों का मानना है कि इंडोनेशिया के साथ यह डील भारत की रक्षा निर्यात क्षमताओं को और मजबूत करेगी.