नयी दिल्ली: लोग ताजमहल, ज्ञानवापी मस्जिद और कृष्ण जन्मभूमि का सच जानना चाहते हैं. कोर्ट को सच का पता लगाने में लोगों की मदद करनी चाहिए. विवादों का हल संवाद से होगा. ये बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता इंद्रेश कुमार ने कहीं हैं.
संघ के नेता का यह बयान ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान उत्पन्न हुए विवादों के आलोक में आया है. वहीं, ताजमहल का सच जानने के लिए भी कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गयी थी. हालांकि, ताजमहल के 22 कमरों को खोलने की याचिका दाखिल करने वाले याचिकाकर्ता को कोर्ट ने फटकार लगाते हुए याचिका खारिज कर दी थी.
वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बाधा डाली थी. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमील (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं ने मुस्लिमों से उनका मस्जिद छीने जाने का आरोप लगाया है. ओवैसी ने तो यहां तक कह दिया कि बाबरी मस्जिद मुस्लिमों से छीन ली गयी, अब ज्ञानवापी मस्जिद नहीं छीनने देंगे.
Also Read: Gyanvapi Masjid Dispute: सर्वे का काम 80 फीसदी हुआ पूरा, टीम का दावा- आये हैं बहुत उत्साहजनक नतीजे
बता दें कि सर्वे के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद की एक दीवार पर हिंदुओं से जुड़े कुछ चित्र मिले हैं. कहा जा रहा है कि एक जमाने में कभी यहां मंदिर हुआ करती थी, जिसे तोड़कर मस्जिद बनाया गया. इसलिए यहां भी हिंदू-मुसलमान का विवाद खड़ा हो गया. हालांकि, आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) ज्ञानवापी में सिर्फ सर्वे करने पहुंचा था.
मुस्लिम नेताओं के हंगामे की वजह से मामला कोर्ट पहुंचा. कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए सर्वे की अनुमति दी थी. कोर्ट ने साफ कह दिया कि अगर कोई सर्वे में अड़ंगा डालने की कोशिश करे, तो ताला को तोड़ दिया जाये. इसके बाद जाकर आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया अपना काम कर पायी.
इसी संदर्भ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा है कि ताज महल, ज्ञानवापी मस्जिद के साथ-साथ कृष्ण जन्मभूमि का भी सच लोगों के सामने आना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोग इन जगहों का सच जानना चाहते हैं. कोर्ट को इसमें लोगों की मदद करनी चाहिए.