Inflation: कम कीमत पर भारत ब्रांड के तहत चावल और आटा उपलब्ध कराएगी सरकार
एनसीसीएफ, नेफेड और केंद्रीय भंडार की मोबाइल वैन के जरिये भारत आटा और भारत चावल की खुदरा बिक्री के दूसरे चरण में उपभोक्ताओं को 30 रुपये प्रति किलोग्राम के अधिकतम खुदरा मूल्य की दर से भारत आटा और 34 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से भारत चावल उपलब्ध कराया जा रहा है.
Inflation: देश के आम लोगों को सस्ते कीमत पर खाद्य उत्पाद मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार भारत ब्रांड को शुरू किया है. भारत ब्रांड के तहत लोगों को बाजार के मुकाबले कम कीमत पर चावल आटा, दाल मुहैया कराया जा रहा है. मंगलवार को केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एनसीसीएफ, नेफेड और केंद्रीय भंडार की मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर ‘भारत आटा’ और ‘भारत चावल’ की खुदरा बिक्री के दूसरे चरण को शुरू किया. दूसरे चरण में उपभोक्ताओं को 30 रुपये प्रति किलोग्राम के अधिकतम खुदरा मूल्य की दर से भारत आटा और 34 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से भारत चावल उपलब्ध कराया जा रहा है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह पहल उपभोक्ताओं को रियायती कीमतों पर आवश्यक खाद्य वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. भारत ब्रांड के तहत चावल, आटा और दाल जैसे आधारभूत खाद्य पदार्थों की खुदरा बिक्री के जरिये मूल्यों में स्थिरता की व्यवस्था बनाए रखने में मदद कर रही है. भारत आटा और भारत चावल केंद्रीय भंडार, नैफेड और एनसीसीएफ तथा ई-कॉमर्स, बड़ी श्रृंखला वाले खुदरा विक्रेताओं के स्टोर और मोबाइल वैन पर उपलब्ध होंगे. दूसरे चरण के दौरान भारत ब्रांड आटा और चावल 5 किलोग्राम और 10 किलोग्राम के थैलों में बेचे जायेंगे.
पंजाब के किसानों की सभी फसलों की होगी खरीद
पंजाब में धान की खरीद की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य में 184 लाख मीट्रिक टन अनाज की खरीद के लक्ष्य अनुमान को प्राप्त करने और किसानों की ओर से मंडियों में लाए गए अनाज के हर एक दाने की खरीद करने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह तैयार है. पंजाब में 4 नवंबर तक मंडियों में कुल 104.63 लाख मीट्रिक टन धान आया, जिसमें से 98.42 लाख मीट्रिक टन की खरीद राज्य की एजेंसियों और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने की है. यह खरीद ग्रेड ‘ए’ धान के लिए भारत सरकार द्वारा तय किए गए 2320 रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जा रही है. चालू खरीफ विपणन सीजन 2024-25 में अभी तक भारत सरकार ने कुल 20557 करोड़ रुपये के धान का क्रय किया है.
इससे 5.38 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की राशि उनके बैंक खातों में जमा की गयी है. उन्होंने कहा कि भारत ब्रांड के दूसरे चरण में आरंभिक स्तर पर खुदरा बिक्री के लिए 3.69 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 2.91 लाख मीट्रिक टन चावल उपलब्ध कराया गया है. पहले चरण में सामान्य उपभोक्ताओं को लगभग 15.20 लाख मीट्रिक टन भारत आटा और 14.58 लाख मीट्रिक टन भारत चावल रियायती दरों पर उपलब्ध कराया गया.