Infrastructure: आने वाले समय में भारत की सड़कें अमेरिकी सड़कें से होगी बेहतर
बेहतर सड़क, रेल और पोर्ट नेटवर्क से ही देश का विकास संभव है.खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का विकास काफी अहम है. ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए वेस्ट टू वेल्थ की नीति को बढ़ावा देना होगा.
Infrastructure: देश के विकास में इंफ्रास्ट्रक्चर का अहम योगदान होता है. बेहतर ट्रांसपोर्ट सिस्टम से आर्थिक विकास और रोजगार के नये अवसर पैदा होते हैं. बेहतर सड़क, रेल और पोर्ट नेटवर्क से लॉजिस्टिक की कीमत में कमी आयेगी. मौजूदा समय में देश में लॉजिस्टिक की कीमत जीडीपी का 14 फीसदी है, जबकि चीन में यह 8 फीसदी और अमेरिका में लगभग 12 फीसदी है. ऐसे में लॉजिस्टिक कीमत को कम करने के लिए सड़क, रेल और पोर्ट का बेहतर नेटवर्क जरूरी है.
अगर देश में लॉजिस्टिक कीमत को जीडीपी का 9 फीसदी कर दिया जाए तो इससे निर्यात बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था में तेजी आयेगी. ‘लेटेस्ट इमर्जिंग ट्रेंड्स एंड टेक्नोलॉजी इन रोड एंड ब्रिज कंस्ट्रक्शन’ पर आयोजित दो दिवसीय सेमिनार का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार सड़क निर्माण की गुणवत्ता, सड़क हादसे को कम करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है. ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क का विकास काफी अहम है. ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए वेस्ट टू वेल्थ की नीति को बढ़ावा देना होगा. सड़क निर्माण में कचरे के उपयोग के वित्तीय और पर्यावरण संबंधी फायदे हैं. देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सड़क, रेलवे, पोर्ट के विकास को प्राथमिकता दी जा रही है. आने वाले समय में भारतीय सड़क अमेरिकी सड़कों से बेहतर होगी.
बायोफ्यूल के उपयोग को बढ़ावा देने की जरूरत
क्लाइमेट चेंज के कारण पर्यावरण संरक्षण वैश्विक स्तर पर एक बड़ा मुद्दा है. प्रदूषण कम करने के लिए कई देश पेट्रोल, डीजल की बजाय वैकल्पिक ऊर्जा को बढ़ावा दे रहे है. भारत हर साल पेट्रोल और डीजल का लगभग 22 लाख करोड़ रुपये का आयात घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए करता है. ऐसे में आयात पर खर्च कम करने और प्रदूषण से मुक्ति के लिए बायोफ्यूल के उपयोग को बढ़ावा देना होगा. दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में पराली जलाने से हर साल लोगों को प्रदूषण का सामना करना होता है.
पराली को बायोफ्यूल में तब्दील करने से किसानों की आय बढ़ेगी और प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी. गडकरी ने कहा कि देश में सड़क हादसे में होने वाली मौत सबसे बड़ा चिंता का कारण है. हर साल देश में सड़क हादसे में 1.5 लाख से अधिक लोग मारे जाते हैं. सड़क हादसे के कारण जीडीपी में 3 फीसदी का नुकसान हो रहा है. सड़क हादसे रोकने के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए गए हैं. लेकिन इसे रोकने लिए आम लोगों की भागीदारी और ट्रैफिक नियमों का पालन करना जरूरी है. सेमिनार में विशेषज्ञ सड़क निर्माण में प्रयोग होने वाली आधुनिक तकनीक, मेटेरियल और सड़क इंजीनियरिंग और अन्य मुद्दों पर मंथन करेंगे.