Innovation: देश के छात्रों में इनोवेशन को लेकर काफी ललक है. इसका अंदाजा स्कूल इनोवेशन मैराथन 2024 के आंकड़ों से लगाया जा सकता है. इस इनोवेशन मैराथन में देश के 54 हजार स्कूलों के लगभग 6.7 लाख बच्चों ने पंजीकरण कराया और शामिल हुए. लगभग एक लाख इनोवेशन प्रोजेक्ट हासिल हुए. यह इनोवेशन मैराथन चैलेंज अगस्त से दिसंबर के बीच आयोजित किया गया. इसका आयोजन अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के एजुकेशन इनोवेशन सेल, एआईसीटीई और यूनिसेफ ने किया.
इनोवेशन क्षेत्र में हुए काम से परिचित हुए छात्र
इनोवेशन चैलेंज में छात्र सामुदायिक समस्या से जुड़े पहलू, स्वास्थ्य, कृषि, सतत विकास, डिजिटल और अन्य विषयों पर नयी खोज की. इस इनोवेशन चैलेंज का थीम विकसित भारत 2047 था. आयोजन के लिए सरकार की ओर से छात्रों और शिक्षकों के लिए क्षमता विकास के कई सेशन का आयोजन किया गया. यह ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में आयोजित किया गया और डिजाइन थिंकिंग, रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, थ्री डी प्रिंटिंग, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स जैसे विषय शामिल किए गए. शिक्षकों और मेंटर्स ने छात्रों को अपने द्वारा इनोवेशन के क्षेत्र में किए गए काम की जानकारी दी.
युवाओं में इनोवेशन के प्रति ललक पैदा करना है मकसद
इस आयोजन का मकसद स्कूली स्तर पर छात्रों के इनोवेशन के प्रति आकर्षित करना है. सरकार ने स्कूल में इनोवेशन गतिविधि के लिए स्टेट नोडल अधिकारी की तैनाती की है, जो इनोवेशन चैलेंज के क्रियान्वयन के जिम्मेदार थे. साथ ही साप्ताहिक मॉनिटरिंग सेशन का आयोजन किया गया ताकि बड़ी संख्या में छात्र भागीदारी कर सकें. फिर जिला स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. स्कूल इनोवेशन मैराथन 2024 इस बात का सबूत है कि युवा शक्ति बदलाव लाने में सक्षम है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत इनोवेशन को विशेष प्राथमिकता दी गयी है. सरकार की कोशिश स्कूली स्तर पर बच्चों में क्रिएटिविटी को बढ़ावा देना है.