हैदरपोरा मुठभेड़ के मामले में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जांच के आदेश दिये हैं. इसे लेकर महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला सहित कई नेताओं ने जांच की मांग की थी. मामले पर अब मजिस्ट्रियल जांच होगी.
इस मामले की जांच के लिए एडीएम रैंक के अधिकारियों का चयन किया गया है. इस मामले में जांच का आदेश देते हुए मनोज सिन्हा ने कहा इस मामले की जांच होगी और तय समय में रिपोर्ट सौपनी होगी सरकार इस मामले में उचित कार्रवाई करेगी.
Also Read: जम्मू-कश्मीर में सेना को मिली बड़ी कामयाबी, दो अलग-अलग एनकाउंटर में 5 आतंकी ढेर
उन्होंने कहा, प्रशासन निर्दोष नागरिकों के जीवन की रक्षा करने की प्रतिबद्धता दोहराता है और यह सुनिश्चित करेगा कि किसी के साथ कोई अन्याया न हो. ध्यान रहे कि मुठभेड़ में दो लोग मारे गये थे. उनके नाम अल्ताफ भट और मुदासिर गुल थे. उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या की गयी है. इसे लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया.
पुलिस ने देर रात प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. प्रशासन ने एहतियातन धारा 144 लागू कर दी गयी. परिवार वालों का कहना था कि मारे गये लोग आतंकी नहीं थे और ना ही इनका समर्थन करने वाले लोग थे.
अल्ताफ भट के भाई अब्दुल मजीद ने कहा कि एक नंबरदार (राजस्व अधिकारी) के रूप में, वह लगातार पुलिस के संपर्क में रहता है और अगर उसका भाई आतंकवाद में शामिल होता, तो उसे जरूर पता चलता. इस मामले को लेकर जांच की मांग की गयी एलजी से भी आग्रह किया गया कि जांच करायी जाये आग्रह करते हुए मारे गये व्यक्ति के भाई ने कहा, जांच कराएं अगर मेरा भाई दोषी है तो मैं हर सजा के लिए तैयार हूं.
Also Read: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में मुठभेड़, टीआरएफ के कमांडर समेत 5 आतंकवादी हलाक
मजीद ने भी कहा, घटना वाले दिन टास्क फोर्स के लोग उसके भाई को इमारत में तलाशी के लिए तीन बार ले गये थए इसी दौरान वह गोली का शिकार हो गया मुठभेड़ में मारे गए मुदासिर गुल की पत्नी हुमैरा गुल ने कहा कि उनकी दो साल की बेटी बाबा बाबा पुकारकर रो रही है और उनके पास कोई जवाब नहीं है.