Coronavirus: INSACOG ने की कोरोना वैरिएंट की जीनोमिक निगरानी डेटा की समीक्षा, जानिए क्या कहा
इंसकाग ने इस दौरान पाया कि कोरोना के ओमिक्रोन के नए वैरिएंट BA.2 और BA2.38 के रूप में पाए गए हैं. दरअसल देश के कई हिस्सों में ओमिक्रोन के सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 के मामले भी मिले हैं.
भारतीय सार्स सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) ने कोरोना के नए वैरिएंट की समीक्षा की. इंसकाग ने इस दौरान पाया कि कोरोना के ओमिक्रोन के नए वैरिएंट (Omicron New Variant) BA.2 और BA2.38 के रूप में पाए गए हैं. दरअसल देश के कई हिस्सों में ओमिक्रोन के सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 के मामले भी मिले हैं. इंसकाग (INSACOG) के मुताबिक नए वैरिएंट के कारण ही देश में कोरोना मामलों की वृद्धि देखी जा रही है.
60 फीसदी मिला ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट BA.2
सामाचार एसेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि जीनोमिक जांच में पाया गया है कि मरीजों के नमूनों में ऑमिक्रोन का नया वैरिएंट BA.2 60 प्रतिशत और BA2.38 33 प्रतिशत पाया गाय है. हालांकि BA.4 और BA.5 का प्रतिशत अब भी बहुत कम है.
इन राज्यों से मिले कोरोना के नए वैरिएंट
इंसकाग ने अनुसार ओमिक्रोन के नए वैरिएंट मुंबई, त्रिवेंद्रम, मिजोरम, पुडुचेरी, उत्तर पूर्व, दिल्ली- एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद के अलावा केरल में पाया गया है, जिसमें BA.2 और BA2.38 के वैरिएंट हैं. एएनआई के मुताबिक ओमिक्रोन के सबवैरिएंट बराबर अनुपात में पाए गए है. हालांकि राहत की बात यह मामलें हल्के संक्रमण के हैं जिनमें सर्दी, खांसी, बुखार, और बदन दर्द जैसे लक्षण शामिल हैं.
इंसकाग की अपील
देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इंसकाग ने कोविड-19 के नियमों का पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि देशभर में संपर्क ट्रेसिंग जारी रहनी चाहिए, खासकर उन इलाकों में जहां ओमिक्रोन के क्लस्टर्स पाए जा रहे हैं. हालांकि इंसकाग ने यह जानकारी तब दी जब कोरोना के 13 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए है. यह मामला शनिवार को जारी की गई है. वहीं, 113 दिनों में यह पहली बार है जब भारत में 13 हजार से अधिक मामले सामने आए है.
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