दिल्ली के प्रगति मैदान में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला कल यानी मंगलवार से शुरू हो रहा है. चौदह दिन चलने वाले मेले में भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ईरान और थाईलैंड जैसे देशों की 3,500 इकाइयां प्रदर्शनी में शामिल होंगी और अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगी. वहीं मेले में बिहार और झारखंड की प्रस्तुति भी आकर्षण का केंद्र रहेगी.
भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन ने अपने बयान में कहा कि वसुधैव कुटुंबकम- व्यापार के जरिये एकजुट विषय के साथ भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2023 के 42 वें संस्करण में सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल होंगे. मेले में झारखंड के पंडला की अलग छवि दिखेगी. पंडाल को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में देश-विदेश की करीब 3,500 इकाइयां अपने सामानों का प्रदर्शित करेंगे. इस आयोजन के लिये भागीदार राज्य बिहार और केरल हैं जबकि दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश फोकस राज्य हैं. मेले में लगे झारखंड के पंडालों में झारखंड की सांस्कृतिक झलक भी नजर आएगी.
वहीं, आयोजन में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, ओमान, मिस्र, नेपाल, थाईलैंड, तुर्किये, वियतनाम, ट्यूनीशिया, किर्गिस्तान, लेबनान, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात सहित 13 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं.
भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में दिल्ली मंडप को ऐतिहासिक विरासत की थीम पर डिजाइन किया गया है और इसमें राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न प्रतिष्ठित स्मारकों के साथ-साथ कनॉट प्लेस को भी दर्शाया जाएगा. बिहार झारखंड के पंडाल बेहद सुंदर तरीके से डिजाइन किये गये हैं.
बिहार झारखंड के कारीगर पंडाल को अंतिम रूप देने में लगे हैं.
भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 14 से 27 नवंबर तक सुबह 9.30 बजे से शाम 7.30 बजे तक यहां प्रगति मैदान में आयोजित किया जाएगा.
मंडप में तिहाड़ जेल का एक स्टॉल होगा जो जेल के कैदियों द्वारा बनाई गई पेंटिंग, बेकरी उत्पादों और जेल द्वारा किए जा रहे सुधारों को प्रदर्शित करेगा और उत्पादों की बिक्री करेगा.
दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने वाले भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला से पहले आज यानी सोमवार को यातायात परामर्श भी जारी कर दिया है. साथ ही उन सड़कों को चिह्नित किया है पर भीड़भाड़ हो सकती है.
यातायात परामर्श के मुताबिक 14 से 27 नवंबर तक प्रगति मैदान में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का आयोजन किया जा रहा है. मेले में रोजाना करीब 40,000 लोगों के आने की संभावना है, और सप्ताहांत और छुट्टियों के दौरान यह संख्या एक लाख तक हो सकती है. (भाषा इनपुट से साभार)