पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में महिलाओं ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने अधिकारों की रक्षा की मांग को लेकर रैलियों आयोजित की . औरत मार्च नाम से आयोजित इन रैलियों का आयोजन कराची, लाहौर, इस्लामाबाद और कई अन्य शहरों में किया गया.
कराची शहर में विभिन्न आयु वर्ग की महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया. इसमें शामिल महिलाओं ने ‘कम उम्र की शादियां रोकें”, ‘‘समानता महत्वपूर्ण है, प्रताड़ना नहीं” जैसे संदेशों के साथ तख्तियां ले रखी थीं.
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इन महिलाओं ने अपने अधिकारों के समर्थन में नारे लगाए. लाहौर में आयोजित मार्च में महिलाओं ने यौन हिंसा और दुर्व्यवहार के अपने अनुभव साझा किए. महिलाओं ने अधिकारों की मांग करते हुए इस्लामाबाद में गीत गाए और कविता पाठ किया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने विदेश कार्यालय द्वारा जारी अपने संदेश में कहा कि पाकिस्तान इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के विषय का पूरा समर्थन करता है.
उन्होंने कहा, ‘‘आज, हम अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ शामिल हैं. यह महिलाओं को सशक्त बनाने में की गई प्रगति का जश्न मनाने का अवसर है और महिलाओं के अधिकारों के प्रति सम्मान बढ़ाने के प्रयासों के लिए हमारे सामूहिक संकल्प की पुष्टि भी करता है.” पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने अपने संदेश में देश की शान के लिए पाकिस्तानी महिलाओं के योगदान पर प्रकाश डाला.
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सूचना मंत्री शिबली फ़राज़ ने कहा कि संविधान महिलाओं के अधिकारों का गारंटीकर्ता है और उन्होंने देश के निर्माण और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज नेता मरियम नवाज ने कहा कि महिला सशक्तीकरण देश की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है.