IRCTC: ट्रेन में सफर के दौरान यात्री स्वादिष्ट भोजन खाना पसंद करते हैं. ट्रेन में खाने की गुणवत्ता को लेकर अक्सर शिकायत आती रहती है. इन शिकायतों के मद्देनजर खाने की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए कई कदम उठाए गए है. रेलवे में खाना मुहैया कराने में आईआरसीटीसी का अहम योगदान है. मौजूदा समय में आईआरसीटीसी 1250 ट्रेन और 500 स्टेशनों पर कैटरिंग सेवा मुहैया करा रही है. देश में औसतन रोजाना 16 लाख लोगों को खाना मुहैया करा रहा है. खाने की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए रेल मंत्रालय ने नवंबर 2023 में एक दिशा निर्देश जारी किया था. इस दिशा निर्देश के तहत 100 से अधिक ट्रेन में 15 अगस्त 2024 तक 150 से अधिक बेस किचन शुरू किया गया है. बेस किचन आधुनिक उपकरणों से लैस होते हैं ताकि खाने की गुणवत्ता के साथ कैटरिंग सेवा को बेहतर बनाया जा सके. वंदे भारत ट्रेन में राष्ट्रीय पहचान वाले ब्रांड मुहैया कराने की सूची तैयार कर ली गयी है और आने वाले समय में ये उत्पाद ट्रेन में मिलेंगे. खाना बनाने की प्रक्रिया और खाद्य उत्पाद की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए इंडियन कलीनरी संस्थान के साथ समझौता किया गया है.
यात्रियों के सुझाव के आधार पर सेवा को किया जा रहा है बेहतर
रेल मदद एप के जरिये यात्रियों के सुझाव के आधार पर कैटरिंग सेवा को बेहतर करने की कोशिश की जाती है. रेल मदद पर यात्री पर सहायता, मदद और शिकायत यात्रियों की ओर से की जाती है. यात्रियों के फीडबैक का विश्लेषण कर सुधार का काम किया जाता है. देश की सभी प्रमुख ट्रेन में आईआरसीटीसी अधिकारी तैनात रहते हैं. इसके कारण शिकायतों का निवारण तत्काल किया जाता है. ट्रेन में कैटरिंग सेवा को बेहतर करने के लिए कई तरह के कदम उठाए गए हैं. अप्रैल से अगस्त 2024 के दौरान आईआरसीटीसी ने शिकायत के आधार पर एक हजार से अधिक मामले में 25 हजार रुपये और 20 मामले में एक लाख से अधिक जुर्माना लगाया है.
ReplyForward |